सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नववर्ष पर सभी की सुख-समृद्धि की कामना करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता का नया सवेरा तभी आएगा जब भाजपा की सरकार बदल जाएगी। भाजपा संविधान का भी सम्मान नहीं करती है। अभी तीन वर्ष भी नहीं हुए कि भाजपा के प्रति जनता का भरोसा उठ गया है। जनविश्वास तोड़ने के कारण भाजपा को 2022 में सत्ता से हटना पड़ेगा।
अखिलेश ने कार्यकर्ताओं से कहा, संविधान में किसी के प्रति भेदभाव नहीं है जबकि भाजपा भेदभाव कर रही है। भाजपा न हिंदू धर्म को जानती है और न उसे मानती है। भाजपा सरकार ने समाज को बांटने और लोगों को परेशान करने का ही काम किया है। देश में आर्थिक संकट पैदा कर दिया है। रोजगार है नहीं, किसानों का भविष्य अधर में है।
नौजवान सपा का दिया लैपटॉप आज भी चला रहे हैं। सीएए, एनआरसी और एनपीआर भारतीयों के विरुद्ध साजिश हैं। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की व्यवस्था संविधान में है। इसे कोई भी छीन नहीं सकता। उन्होंने आह्वान किया कि 2022 में समाजवादी सरकार बनाने के लिए अभी से जुट जाएं।
रेल, बस किराया बढ़ाकर किया खुशियों पर आघात
अखिलेश ने कहा, भाजपा सरकार ने नए वर्ष में जनता की खुशियों पर आघात करते हुए रेल व बस किराया बढ़ाने के साथ ही घरेलू रसोई गैस के दाम 19 रुपये तक बढ़ा दिए हैं। अब एनपीआर की मुसीबत आ गई है। जब आधार कार्ड में पूरा विवरण है तो एनपीआर की कवायद क्यों की जा रही है? उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि सत्याग्रह आंदोलन की तर्ज पर एनपीआर फॉर्म नहीं भरें।