लखनऊ. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खत लिखा है। प्रियंका ने गन्ना मूल्य ‘शून्य’ बढ़ोत्तरी पर सवाल उठाया। कहा- किसानों के दर्द और उनके संघर्ष को समझते हुए सरकार का कर्तव्य बनता है कि, उन्हें उनकी फसलों के सही दाम दिए जाएं। आशा है कि, आप इस दिशा में सार्थक कदम उठाएंगे।
प्रियंका ने खत में लिखा- मुख्यमंत्री जी, आपकी सरकार ने अभी गन्ना मूल्य घोषित किया है। मुझे आश्चर्य है हुआ कि, पिछले पेराई सत्र से गन्ना मूल्य एक भी रूपए नहीं बढ़ा है। जबकि, आपकी सरकार में खाद का दाम दोगुना हो गया, बिजली के बिल में लगातार वृद्धि हुई है। निराई-गुड़ाई में मजदूरी बढ़ी है। किसानों की लागत बढ़ती जा रही है, लेकिन उनकी फसलों का दाम नहीं बढ़ रहा है। सिर्फ इतना ही नहीं यूपी में गन्ना किसानों का हजारों करोड़ रुपए भी बकाया है।
कमोबेश यही हालत धान की भी है। प्रदेश सरकार ने धान मात्र 1850 रुपए प्रति क्विंटल खरीदने की घोषणा की है। धान के किसानों की भी लागत लगातार बढ़ रही है। उनको भी उचित दाम नहीं मिल रहा है। उत्तर प्रदेश का किसान संकट की घड़ी में है। उसे उसकी लागत भी नहीं मिल रही है।
सरकार ने यह तय किया है रेट-
राज्य सरकार ने लगातार दूसरे साल गन्ना मूल्य में कोई वृद्धि नहीं की है। शनिवार को वर्ष 2019-20 के लिए गन्ने का राज्य परामर्शित मूल्य (एसएपी) घोषित कर दिया गया। पिछले वर्ष की तरह ही अगैती प्रजाति के लिए 325, सामान्य प्रजाति के लिए 315 और अनुपयुक्त प्रजाति के लिए 310 रूपए प्रति क्विंटल गन्ना मूल्य निर्धारित किया गया है।
पिछले सालों का गन्ना मूल्य (सामान्य प्रजाति, रुपए प्रति क्विंटल)-
पेराई सत्र | गन्ना मूल्य | वृद्धि | सरकार |
2011-12 | 240 | 35 | बसपा |
2012-13 | 280 | 40 | सपा |
2013-14 | 280 | 00 | सपा |
2014-15 | 280 | 00 | सपा |
2015-16 | 280 | 00 | सपा |
2016-17 | 305 | 25 | सपा |
2017-18 | 315 | 10 | भाजपा |
2018-19 | 315 | 00 | भाजपा |
2019-20 | 315 | 00 | भाजपा |