मंगलवार को दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतीपोरा में आतंकियों के साथ लोहा लेते हुए शहीद हुए चंपावत के बेटे शहीद राहुल का शव आज उत्तराखंड आने की संभावना जताई जा रही है।
हालांकि प्रशासन अभी इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है, लेकिन सेना के सूत्रों के अनुसार दोपहर तीन बजे तक शहीद का पार्थिव शरीर चंपावत में उनके घर पर लाया जा सकता है।
शहीद राहुल रैंसवाल (25) के पिता वीरेंद्र सिंह रैंसवाल इस वक्त पत्नी हरू देवी के साथ चंपावत के कनलगांव में रहते हैं। शहादत की खबर से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। पड़ोसी शहीद के परिजनों को ढाढस बंधा रहे हैं।
2012 में फौज में हुए थे भर्ती
राहुल रैंसवाल 2012 में फौज में भर्ती हुआ था। जबकि शहीद का बड़ा भाई राजेश रैंसवाल भी 2009 से फौज में है और इस वक्त 15 कुमाऊं में लखनऊ में तैनात है। राहुल के दादा भी फौज में ही थे। अपर जिलाधिकारी टीएस मर्तोलिया ने बताया कि शहीद राहुल रैंसवाल का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा।
बता दें कि मंगलवार को ख्रीव के जंतरंग इलाके में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इस आधार पर सेना की 50 राष्ट्रीय राइफ ल्स (आरआर), सीआरपीएफ और एसओजी के जवानों ने सुबह करीब 11 बजे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया।
घेरा सख्त होने पर वहां एक मकान में छिपे आतंकियों ने जवानों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, तो सुरक्षा बलों ने भी जवाबी फायरिंग की। आतंकियों के हमले में 18 कुमाऊं (अभी 50 आरआर) के जवान राहुल रैंसवाल की शहादत हो गई।