किसानों के लिए खुशखबरी, पश्चिमी विक्षोभ इस पखवाड़े में चौथी बार रबी फसलों के लिए रिमझिम बारिश लेकर आ रहा है। हरियाणा में इससे पहले 14 दिनों के दौरान तीन बार में सामान्य से 163 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है।
मौसम विभाग ने हरियाणा में 15 से 18 जनवरी के बीच गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। अगले 5 दिनों तक शीत लहर से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। मंगलवार को हिसार और नारनौल में न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री दर्ज किया गया, जो हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली जोन में सबसे कम रहा।
मौसम विभाग के मुताबिक, हरियाणा में इस साल जनवरी के 14 दिनों में सामान्य से 163 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है। इन दौरान आम तौर पर 4.9 एमएम बारिश होती है, लेकिन इस बार बार-बार पश्चिमी हलचलों के असर से अभी तक 12.9 एमएम बारिश हो चुकी है।
ज्यादा बारिश वाले जिलों में सिरसा, यमुनानगर, करनाल, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, पंचकूला और फतेहाबाद शामिल है। यह बारिश के रबी फसलों के फायदेमंद मानी जा रही है। बारिश अधिक होने से भूमिगत जल स्तर भी बढ़ा है।
कल दिनभर बूंदाबांदी और ओलावृष्टि के बाद मंगलवार सुबह सूरज निकलने से लोगों को ठंड से थोड़ी राहत मिली, हालांकि 5.5 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बर्फीली हवाएं चलने से सिरसा में न्यूनतम तापमान 7.9 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। इस दौरान हल्के बादल भी छाए रहे। मगर दिन ढलने के साथ ही ठंड बढ़ गई।
सुबह कोहरा छाने के चलते हिसार, भिवानी, करनाल समेत कई शहरों में दृश्यता केवल 50 मीटर ही रही।