उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम विधेयक को राजभवन से मंजूरी मिल गई है। मंजूरी मिलने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को सचिवालय में मीडिया से कहा कि बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और इनके आसपास के मंदिरों का प्रबंधन चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के नियंत्रण में रहेगा।
बोर्ड बनने के बाद मंदिरों से जुड़े पुजारी, न्यासी, तीर्थ पुरोहितों, पंडों और हक हकूकधारियों को वर्तमान में प्रचलित देव दस्तूरात और अधिकार यथावत रहेंगे। उन्होंने कहा कि जब हम कोई भी सुधार करते हैं तो उसकी प्रतिक्रिया होती ही है। तीर्थ पुरोहितों के हितों को पूरी तरह सुरक्षित रखा जायेगा।
उन्होंने कहा प्रदेश के चार धाम सहित अन्य धार्मिक स्थलों पर देश-विदेश से हिंदु श्रद्धालु आना चाहते हैं। हमें अच्छे आतिथ्य के रूप में जाना जाता है। श्रद्धालुओं को उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों पर आने का मौका मिले तथा उन्हें अच्छी सुविधाएं उपलब्ध हों इसके लिए यह विधेयक लाया गया है।
राजभवन से मिली इन विधेयकों को मंजूरी
– उत्तराखंड उत्तरप्रदेश जमींदारी विनाश एवं भूमि व्यवस्था संशोधन विधेयक 2019
– उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद 2001, संशोधन विधेयक 2019
– उत्तराखंड मंत्री वेतन भत्ता संशोधन विकास विधेयक
– उत्तराखंड भूतपूर्व मुख्यमंत्री सुविधा, आवासीय व अन्य सुविधाएं 2019