कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन बाद के प्लेइिंग एरिया के लिहाज से देश के दूसरे सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम मौलाना आजाद क्रिकेट स्टेडियम (एमए स्टेडियम) को 15 जनवरी को खिलाड़ियों को समर्पित कर दिया जाएगा। साढे़ सत्रह हजार दर्शकों की क्षमता वाले इस स्टेडियम का प्रधानमंत्री डेवलपमेंट प्रोग्राम (पीएमडीपी) के तहत 42.17 करोड़ रुपये की लागत से कायाकल्प किया गया है। स्टेडियम के प्लेइिंग एरिया का उद्घाटन उप-राज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू करेंगे।
तवी नदी किनारे बने इस स्टेडियम का रेडियश 79 मीटर है, जबकि व्यास (डायमीटर) 158 मीटर है। इसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की तर्ज पर तैयार किया गया है। इसमें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में उपयोग के लायक पांच विकेट तैयार की गई हैं। भारतीय क्रिकेट बोर्ड के क्यूरेटर शिव कुमार की देखरेख में इसे तैयार किया गया है। इसके निर्माण में सिलेक्शन वन घास और काली मिट्टी का इस्तेमाल किया है।
क्या है खास
- स्टेडियम में 24 स्टैंड हैं जिनमें 17 हजार कुर्सियां लगाई है।
- दो पवेलियन में पांच सौ कुर्सियां लगाई गईं।
- दिन-रात के मुकाबले के लिए चार फ्लड लाइटें।
- स्टेडियम में पांच बडे़ और दो छोटे द्वार बनाए गए हैं।
- स्टेडियम ओपन मीडिया जोन, मीडिया गैलरी।
- डोप टेस्ट रूम, डायनिंग एरिया, कमेंटेटर रूम।
1962 में पूरा हुआ था निर्माण
एमए स्टेडियम का उद्घाटन 25 जनवरी 1962 को जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन प्रधानमंत्री बख्शी गुलाम मोहम्मद ने किया था। एमए स्टेडियम प्रदेश का पहला स्टेडियम है जिसे बीसीसीआई मानकों के तहत तैयार किया गया है। 1988 में एमए स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुकाबला बारिश के कारण रद्द हो गया था। जबकि महिलाओंं का अंतरराष्ट्रीय टेस्ट भारत और वेस्टइंडीज के बीच हुआ था।
एमए स्टेडियम के प्लेइिंग एरिया का काम पूरा हो चुका है। 15 जनवरी को इसका शुभारंभ उप-राज्यपाल जीसी मूर्मू करेंगे। स्टेडियम का प्लेइिंग एरिया ईडन गार्डन क्रिकेट स्टेडियम के बाद दूसरा सबसे बड़ा है। इसमें खिलाड़ियों के लिए हर सुविधा है। स्टेडियम का जीर्णोद्धार का काम 42.17 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है