मंडी. मकर संक्राति के अवसर पर करसोग के तत्तापानी में 1950 किलोग्राम की खिचड़ी तैयार कर लोगों को खिलाने का काम आज सबेरे से शुरू कर दिया गया है। इस खिचड़ी को एक बड़े बर्तन में बनाया गया है। इस कार्य को गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया जाएगा। इसके लिए रिकॉर्ड टीम तत्तापानी में पहुंच कर आवश्यक कार्रवाई में जुट गई है।
हिमाचल पर्यटन विभाग ने लोहड़ी के खास मौके पर इस बार बड़े पैमाने पर खिचड़ी बनाने की योजना बनाई थी। खिचड़ी के इस आयोजन गिनीज़ बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज हो सकता है। हिमाचल की संस्कृति को बढ़ावा देने के मकसद से लोहड़ी पर इतना बड़ा आयोजन किया गया है। यह खिचड़ी आठ फीट गहरे 650 किलो के बर्तन में बनाई गई। इसके लिए विशेष तौर पर जगाधरी से बर्तन की व्यवस्था की गई है।
एक ही बर्तन में बनाई गई खिचड़ी को 25 हजार लोगों को एक साथ खिलाया जा रहा है। इस खिचड़ी में 800 किलो का मेटीरियल डाला गया। हिमाचल के बड़े व जाने माने शैफ ने मटर और लोकल चावल से खिचड़ी तैयार की है।
हिमाचल पर्यटन विकास निगम के डायरेक्टर यूनिस खान ने बताया कि तत्तापानी को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए प्रयास किया जा रहा है। तत्तापानी को एक आकर्षक और लोकप्रिय पर्यटन गंतव्य के रूप में देश-दुनिया में ख्याति मिले, इस उद्देश्य से इस बार मकर सक्रांति पर तत्तापानी में पर्यटन उत्सव का आयोजन किया गया। इस मौके पर 1950 किलोग्राम खिचड़ी का भी आयोजन कर लोगों को खिलाया गया है।