कोलकाता : राजभवन बनाम राज्य सरकार के बीच लंबे समय से जारी तनातनी की बानगी सोमवार को भी देखने को मिली जब राज्यपाल द्वारा बुलाई गई बैठक में विवि के कुलपति नहीं पहुंचे। इससे पहले राज्यपाल ने सिलीगुड़ी से लेकर उत्तर व दक्षिण 24 परगना जिले में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई थी लेकिन बैठक में न तो संबंधित जिले का जनप्रतिनिधि पहुंचा था और ना ही कोई प्रशासनिक अधिकारी। राज्यपाल के बुलावे पर कुलपतियों की गैर हाजिरी को लेकर एक बार फिर रिश्तों में तल्खी बढ़ने की उम्मीद है।
बैठक के संदर्भ में सूत्रों ने बताया कि सभी विवि के कुलपतियों को पत्र भेज सूचित किया गया था लेकिन वे बैठक में नहीं पहुंचे। बता दें कि जादवपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में रोके जाने के बाद राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों में अराजक स्थिति पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई थी।
इससे पहले राजभवन में प्रेस वार्ता कर धनखड़ ने 13 जनवरी को सभी कुलपति और राज्य शिक्षा सचिव की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा होनी थी। इसके अलावा इस संबंध में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिख सूचित किया गया था। पत्र में लिखा गया था कि राज्य में विश्वविद्यालयों के बिगड़ते हालात पर मुख्यमंत्री कैसे चुप रह सकती हैं। इस बारे में राज्यपाल ने कहा ‘राज्य के विश्वविद्यालयों में स्थिति बहुत गंभीर है। राज्य सरकार ने राज्यपाल के अधिकारों और कार्यप्रणाली को कमजोर करने का प्रयास किया है। यह नीतिगत पक्षाघात करने जैसा है। विश्वविद्यालय पूरी तरह से राज्य सरकार के नियंत्रण में हैं।’