नागरिकता अधिनियम कानून के खिलाफ शहर में हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी के आरोप में जेल में बंद पूर्व आईजी एसआर दारा पुरी और कांग्रेस कार्यकर्ता सदफ जफर की मंगलवार सुबह जेल प्रशासन ने रिहा कर दिया। इनपर आरोप है कि सीएए के विरोध में 20 दिसम्बर को लखनऊ में हुई हिंसा में शामिल थे।
इसके अलावा करीब 150 अन्य आरोपी अभी जेल में बंद हैं। कोर्ट ने शनिवार को दारापुरी और सदफ समेत 13 आरोपियों की जमानत अर्जी मंजूर कर ली थी। सोमवार की शाम देर से इनका रिहाई आदेश जेल प्रशासन को मिला था। जिसकी वजह से मंगलवार सुबह जेल प्रशासन ने कानूनी करवाई पूरी करने बाद सुबह करीब 10 बजे इन्हें रूह कर दिया।