सूरत. 8 दिसंबर 2018 को सूरत के भटार की रहने वाली राजस्थानी महिला दरियादेवी चौधरी की बोरीवली से दादर के बीच दादर-भुज एक्सप्रेस में हुई निर्मम हत्या की गुत्थी 13 महीने बाद सुलझ गई। साइको किलर मोहम्मद उमर शेख (47) को मुंबई जीआरपी की क्राइम ब्रांच ने दादर से उस समय पकड़ा जब वह एक महिला को निशाना बनाने की फिराक में था।
थप्पड़ मारने पर कर दी हत्या
आरोपी ने अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि वह सिर्फ दरियादेवी के गले की चेन छीनना चाहता था, लेकिन विरोध किया। हाथापाई में उसने थप्पड़ मारा तो मुझे गुस्सा आ गया और मैंने उसकी हत्या कर दी। हत्या के पहले दुष्कर्म का प्रयास भी किया था। साइको किलर गुजरात से मुंबई जाने वाली ट्रेनों के लेडिस कोच में एक ही तरह की मोड्स ऑपरेंडी से महिलाओं को लूटता था। उसने कई महिलाओं पर जानलेवा हमला भी किया था। दादर से लोअर परेल के बीच एक महिला को चलती ट्रेन से फेंक दिया था, जिससे उसके दोनों पैर कट गए थे। एक महिला के चेहरे में मुक्के और लोहे की रॉड से हमला किया था, जिससे उसके चेहरे पर गंभीर जख्म हो गए थे। आरोपी घटना को अंजाम देकर चलती ट्रेन से कूदकर फरार हो जाता था। नवंबर-दिसंबर 2019 में हुए इन दोनों मामलों में जब जीआरपी ने आरोपी को पकड़ा तो उसने पूछताछ मे दरियादेवी की हत्या भी कबूल की।
हाथापाई करने के बाद दुष्कर्म का भी किया था प्रयास
दरियादेवी सूरत के भटार रोड स्थित राम मंदिर के पास गोपीनाथ अपार्टमेंट में रहती थी। वह 8 दिसंबर 2018 को अपने रिश्तेदार की शादी में भाग लेने मुंबई जा रही थी। वह सूरत से दादर-भुज एक्सप्रेस के एसएलआर लेडिस कोच में सवार हुई। ट्रेन सुबह 11.21 बजे बोरीवली पहुंची तो अन्य महिला यात्री उतर गईं। दरिया देवी अकेली बची तो आरोपी मोहम्मद उमर शेख चलती ट्रेन में चढ़ गया। सबसे पहले उसने कोच के सभी दरवाजे और खिड़कियां बंद कर दी। उसके बाद उसने दरिया देवी से उनकी चेन मांगी। मना किया तो हाथापाई करने लगा। दरिया देवी ने उसे थप्पड़ मार दिया। तब आवेश में आकर उसने पैंट से चाकू निकाला और दरिया देवी के गले व पेट पर वार किया। दुष्कर्म करने की कोशिश भी की, जिससे दरिया देवी के प्राइवेट पार्ट में जख्म भी लगा। जब खून डिब्बे में फैल गया तो आरोपी ने गहने, मोबाइल चुरा लिए और दादर आउटर पर ट्रेन धीमी होने पर कूद गया।
13 नवंबर 2019: महिला को लूटा, रॉड से मारकर घायल किया
दादर की रहने वाली 60 वर्षीय मानसी केलकर पालघर कोर्ट में अपने किसी मामले से गई थी। वापसी में उन्होंने अहमदाबाद-मुंबई पैसेंजर पकड़ी। वह एसएलआर लेडीज कोच में बैठी। ट्रेन जब बोरीवली पहुंची तो सभी महिलाएं उतर गईं। केवल मानसी अकेले बची। ट्रेन बोरीवली से जैसे ही छूटी तो आरोपी मोहम्मद उमर शेख उर्फ नसीर उर्फ राजा चढ़ गया और दरवाजे-खिड़कियां बंद कर दी। जब मानसी ने विरोध किया उसने एक रॉड से और मुक्के से उनपर हमला किया। इससे उनका चेहरा बुरी तरह से जख्मी हुआ। आरोपी बांद्रा के नजदीक ट्रेन धीमी होने पर उतर कर फरार हो गया।
9 साल की सजा भी हो चुकी है
दरियादेवी हत्या मामले के जांच अधिकारी और मुंबई रेलवे पुलिस के वरिष्ठ निरीक्षण उत्तम सोनवणे ने बताया कि आरोपी मोहम्मद उमर शेख को वर्ष 2010 में महिला से चलती ट्रेन में लूट और उसे जख्मी करने के जुर्म में दादर रेलवे पुलिस द्वारा पकड़ा गया था। उसे 9 साल की सजा हुई थी। अगस्त 2018 में रिहा हुआ तो चार महीने बाद ही यानी दिसंबर 2018 में उसने दरियादेवी की हत्या कर दी। ठाणे जिले के कलवा का रहने वाला आरोपी मोहम्मद उमर शेख पेशेवर लुटेरा है। उसने मृतक दरिया देवी के गले से चेन लूटकर अपनी मां सलमा को दिया। सलमा ने उसे अपने किसी रिश्तेदार को बेच दिया अब पुलिस उन दोनों की तलाश कर रही है।
13 दिसंबर 2019: दिव्यांग महिला को ट्रेन से फेंका
दिव्यांग महिला यात्री नगमा अंसारी दादर से गुजरात मेल पकड़ कर मुंबई सेंट्रल जा रही थी। वह ट्रेन के एसएलआर लेडीज कोच में बैठी। ट्रेन दादर स्टेशन के प्लेटफार्म 5 से जैसे रवाना हुई आरोपी चलती ट्रेन में चढ़ गया। उसने दरवाजे और खिड़कियां बंद कर दीं। उसके बाद उसने नगमा से उनका मोबाइल मांगा। उसने विरोध किया और गेट के पास खड़ी होकर मदद के लिए चिल्लाने लगी। आरोपी ने उसका मोबाइल, चेन व अन्य सामान छीन लिया और ट्रेन से नीचे धक्का दे दिया, जिससे उसके दोनों पैर कट गए। आरोपी महालक्ष्मी के पास ट्रेन धीमी होने पर उतरकर भाग गया।
पुलिस ने ऐसे पकड़ा
13 नवंबर और 13 दिसंबर 2019 को गुजरात से मुंबई गई दो ट्रेनों में महिलाओं से लूटपाट और हमले के दो मामले हुए। दोनों में वही मोडस ऑपरेंडी अपनाई गई थी, जो दरिया देवी वाले मामले में थी। इससे रेलवे पुलिस सकते में आ गई। अलग-अलग टीमें बनाई गई। आदेश दिया गया कि गुजरात-राजस्थान से आने वाली ट्रेनों के एसएलआर लेडिस कोच के सामने कोई संदिग्ध देर तक खड़ा दिखे तो उसे फौरन पकड़ा जाए। 1 जनवरी को दादर स्टेशन पर दोपहर लगभग 3.45 बजे गुजरात मेल आई तो उसके एसएलआर लेडिस कोच के सामने एक संदिग्ध खड़ा दिखा। उसे सीसीटीवी से ट्रेस किया गया और उसे बिन देरी के दबोच लिया गया।