जींद. सांसद रमेशचंद्र कौशिक ने रविवार को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने डायरियां वितरित की। इनमें जो कागज लगा था, वह जवाहर नवोदय विद्यालय की उत्तर पुस्तिकाओं को काटकर लगाया गया था।
इसका खुलासा तब हुआ, जब डायरियां वितरित की गईं तो अंतिम पेज पर जवाहर नवोदय विद्यालय का नाम, उत्तर पुस्तिका व अन्य जानकारियां लिखी हुई थीं। ऐसा भी नहीं था कि यह उत्तर पुस्तिका लिखने के बाद चेेकिंग के बाद बेची गई हो।
प्रत्येक पेज खाली था और अंतिम पेज पर स्कूल का नाम व अन्य जानकारियां लिखी हुई थी। जैसे ही यह मामला सांसद के संज्ञान में आया तो उन्होंने भी मामले की जांच की बात कही। वहीं, स्कूल प्रशासन का कहना है कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं कि आखिर खाली उत्तर पुस्तिकाएं बाजार में कैसे पहुंची?
इस बारे में सांसद रमेशचंद्र कौशिक के मीडिया प्रभारी पुरुषोत्तम शर्मा से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि यह पैड गुलाटी बुक डिपो से खरीदी गई है। सांसद रमेश चंद्र कौशिक ने कहा कि यह गंभीर मसला है और ऐसे किसी सरकारी स्कूल की खाली उत्तर पुस्तिकाएं बाहर नहीं आ सकती। इस मामले की जांच होनी चाहिए।
खूंगा कोठी के जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल धनीराम शर्मा ने बताया कि स्कूल की उत्तर पुस्तिकाओं की पैड बनाकर बेचने का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। खाली उत्तर पुस्तिकाएं बाहर नहीं जा सकतीं। यदि ऐसा हुआ है तो इसकी जांच करवाई जाएगी।
ये उठ रहे सवाल
- स्कूल की खाली उत्तर पुस्तिकाएं बाहर कैसे आईं?
- क्या किसी ने खाली उत्तर पुस्तिकाओं को अवैध रूप से बेचा?
- इन उत्तर पुस्तिकाओं का कहीं गलत प्रयोग तो नहीं हुआ?