कोलकाता। Citizenship Amendment Act. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) व राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनसीआर)के खिलाफ मुख्यमंत्री व तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी (दीदी) केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। सीएए को बंगाल में लागू करने से साफ इन्कार कर दिया है। इस कानून पर जारी रार के बीच कोलकाता में एक मंच पर सीएम ममता बनर्जी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 जनवरी को दिख सकते हैं। दरअसल, कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट (केपीटी) का 150 वर्ष पूरा होने पर 12 जनवरी को एक कार्यक्रम आयोजित किया गया है, जिसमें पीएम के साथ-साथ सीएम को भी आमंत्रित किया गया है।
सीएए को लेकर खुद ममता सड़क पर उतर रही हैं और मोदी सरकार को एक बाद एक चुनौती दे रही हैं। राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) से लेकर जनगणना तक का कार्य ममता ने बंगाल में रोक दिया है। गणतंत्र दिवस पर बंगाल की झांकी को शामिल नहीं करने को लेकर भी आरोप-प्रत्यारोप जारी है। ऐसे में मोदी व ममता का एक मंच पर आने के बाद क्या स्थिति बनती है यह देखने वाला होगा।
खबर है कि आगामी सप्ताह पीएम मोदी दो दिवसीय दौरे पर कोलकाता आ सकते हैं। इस दौरे के दौरान पीएम मोदी का कई सरकारी कार्यक्रम के अलावा एक जनसभा भी करने की बात है। केपीटी के आमंत्रण को ममता ने स्वीकार किया है या नहीं इसका खुलासा नहीं किया है लेकिन यह सरकारी कार्यक्रम है और बंगाल के लिए महत्वपूर्ण है। ऐसे में वह इन्कार भी नहीं कर सकती हैं। इसके अलावा चर्चा यह भी है कि ईस्ट-वेस्ट मेट्रो परियोजना के प्रथम चरण(सेक्टर फाइव से साल्टलेक स्टेडियम तक) का उद्घाटन भी कर सकते हैं। इसके अलावे पीएम के राजारहाट न्यूटाउन में नए कैंसर अस्पताल का भी उद्घाटन करने की भी बात है।
दूसरी ओर भाजपा की ओर से सीएए व एनआरसी को लेकर कार्यशालाएं आयोजित की जा रही है ताकि लोगों को समझाया जा सके। वहीं प्रदेश भाजपा नेतृत्व की ओर से पीएम का सीएए को लेकर अभिनंदन भी किए जाने की भी चर्चा है। ऐसे में पीएम मोदी कोलकाता दौरे के दौरान क्या कहते हैं और ममता के साथ उनकी मुलाकात का असर क्या होता है यह देखने वाला होगा।