जम्मू में तैनात सेना के 29 वर्षीय जवान बजरंग भगत का पार्थिव शरीर एक जनवरी को झारखंड के रांची में अपने गांव बहेराटोली पहुंचा। लेकिन उसके अंतिम संस्कार से पहले ही पत्नी मनीता उरांव ने कुंए में कूदकर जान दे दी।
इसके बाद पति-पत्नी की एक साथ अर्थी उठाई गई और अंतिम संस्कार हुआ। बताया गया कि दोनों की शादी दो साल पहले ही हुई थी। सैन्य अधिकारियों के मुताबिक, बजरंग की मौत 29 दिसंबर की रात बिस्तर से गिरने के कारण हुई थी।
इसके बाद से ही बजरंग के घर और गांव में मातम था सभी का रो-रो कर बुरा हाल था। एक जनवरी की देर रात जब जवान का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा। ये मातम उस वक्त और भी बढ़ गया जब जवान की पत्नी ने घर से कुछ दूरी पर मौजूद कुएं में कूदकर जान दे दी।
इस घटना के बाद से ही पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। सुबह बजरंग की पत्नी मनीता उरांव का शव कुएं से निकाला गया और फिर पोर्स्टमार्टम कर लिए रिम्स भेजा गया। फिलहाल मामले पर पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजहों का पता चल पाएगा।
मनीता की मौत के बाद उसके घरवालों ने बजरंग की बहन और जीजा पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि संतान नहीं होने पर मनीता की ननद (बजरंग की बहन) मनीता को ताना देते रहती थी, जिससे तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली। बजरंग के पिता का निधन पहले ही हो चुका है। पांच बहनों की शादी हो चुकी है, अब केवल घर में उनकी बूढी मां ही बची है।
जम्मू में बिस्तर से गिरकर हुई थी बजरंग की मौत
बजरंग भगत साल 2012 में सेना में भर्ती हुए थे। इसके बाद रेजिमेंटल सेंटर नागपुर की यूनिट 17 में गार्ड के पद पर तैनात थे। करीब तीन महीने पहले उनकी पोस्टिंग जम्मू में हुई थी। यूनिट के सीओ कर्नल विजय सिंह ने फोन पर बताया कि सोने के दौरान बिस्तर से गिरने के कारण जवान की जान गई है। हालांकि, परिजन ने बताया कि 29 दिसंबर की रात 10 बजे बजरंग के मोबाइल पर बात हुई थी और सुबह आठ बजे अचानक फोन आया कि बजरंग अब दुनिया में नहीं है।