रायपुर. छत्तीसगढ़ में साल का दूसरा दिन कड़ाके की ठंड और बारिश लेकर आया। लगभग हर जिले में बारिश की बौछारों ने पारा नीचे गिरा दिया। रायपुर, भिलाई, दुर्ग और बिलासपुर के शहरी इलाकों में दिन के वक्त भी लोग गर्म कपड़ों में नजर आए। सुबह से ही बादल और हल्का कोहरा छाया रहा। दोपहर आते-आते बारिश भी शुरू हो गई। राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ में तेज बारिश की वजह से लोग परेशान होते रहे, यहां के प्रसिध्द बमलेश्वरी मंदिर में यात्री फंसे रहे। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर छत्तीसगढ़ में आंरेज एलर्ट जारी किया गया है। कवर्धा, चिल्फी के कुछ जगहों पर ओले भी गिरे हैं। गुरुवार को शीत दिवस माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
छत्तीसगढ़ की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि- बारिश से उपार्जन केन्द्रों में रखे धान को बचाने के लिए समुचित इंतजाम करने के निर्देश सभी जिला कलेक्टरों को दिए गये हैं। धान को व्यवस्थित तरीके से तालपत्री से ढका जाए और उपार्जन केन्द्रों में पानी निकासी की भी समुचित व्यवस्था रहे ताकि निचले हिस्से का धान खराब न होने पाए। खाद्य विभाग के अधिकारियों को उपार्जन केंद्रों से धान की कस्टम मिलिंग में तेजी लाने के निर्देश भी दिए हैं। साथ ही मैं किसानों को भी सलाह देता हूँ कि वे अपने धान को मौसम देखकर ही बेचने जाएं ताकि उनके धान में नमी न आने पाए।
इस वजह से आया मौसम में बदलाव
मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को पश्चिमी विक्षोभ (सर्दी के मौसम में आने वाला तूफान) जम्मू-कश्मीर पहुंच रहा है । इसके प्रभाव से गुजरात के उपर चक्रीय चक्रवाती घेरा बना हुआ है । इस सिस्टम से पश्चिमी मध्यप्रदेश तक एक द्रोणिका स्थित है तथा बिहार से उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक द्रोणिका स्थित है । इसी का असर है कि छत्तीसगढ़ की कई जगहों पर बारिश हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक बस्तर संभाग में एक दो स्थानों पर मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है । 3 जनवरी को स्थिति में कुछ सुधार होगा ।