आगरा, । सोचा था कि बेटे अभिनव को बोर्ड एग्जाम से पहले थोड़ा ब्रेक दिलवा दिया जाए। प्रशासन द्वारा दी गई छुट्टियों ने हर घर की प्लानिंग को चौपट कर दिया है।
कमलानगर की रेनुका कपूर बहुत ज्यादा परेशान हैं। उन्होंने 10वीं की बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले अपने बेटे को ब्रेक देने की योजना बनाई थी। लेकिन स्थिति यह है कि स्कूलों में प्री बोर्ड भी नहीं हुए हैं। अब बोर्ड परीक्षार्थी और उनके अभिभावक परेशान हैं कि छुट्टियां मनाएं या बच्चों की पढ़ाई के लिए उनका सहयोग करें।
सीबीएसई स्कूलों में दिसंबर में प्री-बोर्ड्स एग्जाम हो जाते हैं। जनवरी में प्रैक्टिकल होते हैं और उसके बाद प्रीपरेशन लीव दी जाती है। इस बार सीएए के कारण देश भर में बवाल को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर स्कूलों को बंद किया। उसके बाद सर्दी के कारण प्रशासन लगातार छुट्टियां करता रहा। इन छुट्टियों ने स्कूलों का सिस्टम तो बिगाड़ा ही, इसके साथ-साथ परिवारों की प्लानिंग भी चौपट कर दी।
ब्रेक देने की थी प्लानिंग
जिन घरों के बच्चे बोर्ड एग्जाम देने वाले हैं, उनके परिवार वालों ने प्री-बोर्ड के बाद होने वाली छुुट्टियों में शहर के आसपास घूमने की प्लानिंग की थी। संजय प्लेस में रहने वाली अनु सिंह की बेटी सेंट एंड्रूज स्कूल में पढ़ती है। 10वीं की परीक्षा है। पूरा दिन पढ़ाई में लगी रहने वाली बेटी को थोड़ा ब्रेक मिल जाएगा, यह सोचकर नया साल जयपुर में मनाने की योजना बनाई थी। स्कूलों में अभी तक प्री-बोर्ड एग्जाम तक नहीं हुए हैं। ऐसे में जयपुर जाने का प्लान कैंसिल हो गया है।
कब होंगे प्रैक्टिकल और कब होगी तैयारी?
पहले ठंड के कारण छुट्टियां हुई। उसके बाद सीबीएसई स्कूलों ने चार जनवरी तक स्कूल बंद करने के आदेश दे दिए। ऐसे में स्कूलों में प्री-बोर्ड नहीं हुए। प्रैक्टिकल की तिथियां अभी निर्धारित नहीं हुई हैं। 15 फरवरी से बोर्ड एग्जाम हैं। अब परीक्षार्थी परेशान हैं कि प्रैक्टिकल की तैयारी करें या प्री-बोर्ड एग्जाम की तैयारी करें।