अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पांच अगस्त से श्रीनगर में बंद मोबाइल एसएमएस सेवा शुरू किए जाने से कश्मीरियों में खुशी की लहर रही। साल के पहले दिन कश्मीरी अवाम ने खुलकर मैसेज भेजे और मुबारकबाद दी। वहीं श्रीनगर के सरकारी अस्पतालों में ब्राड बैंड बुधवार को शुरू नहीं की जा सकी थी, जोकि आज यानी कि गुरुवार को बहाल की गई। कश्मीर जोन पुलिस के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग से जुड़े स्वास्थ्य केंद्रों और कार्यालयों सहित 80 सरकारी अस्पतालों में ब्रॉडबैंड हाई-स्पीड इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है।
बता दें कि मंगलवार को राज्य सरकार ने आधी रात से एसएमएस सेवा तथा सरकारी अस्पतालों में ब्राड बैंड सेवा शुरू करने की घोषणा की थी। एसएमएस सेवा शुरू होने के साथ ही आधी रात से पूरी घाटी में लोग संदेश भेजने लगे। एक दूसरे को फोन कर लोगों ने सेवा शुरू होने की जानकारी भी दी।
लोगों ने कहा कि पांच महीने बाद सुकून मिला है। मोबाइल इंटरनेट बंद होने से व्हाट्सएप काम नहीं कर रहा है। ऐसे में एसएमएस भी बंद होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। घाटी के कई लोगों ने शिकायत की कि केवल बीएसएनएल के नेटवर्क पर ही यह सुविधा उपलब्ध हो पाई।
दुष्प्रचार करने वालों पर रहेगी कड़ी नजर: डीजीपी
ज्ञात हो कि घाटी में इससे पहले भी एसएमएस सुविधा शुरू की गई थी। गड़बड़ी की शिकायतें मिलने के कुछ ही देर बाद इसे बंद कर दिया गया था। गत 10 दिसंबर को मशीन आधारित एसएमएस सर्विस को बहाल किया गया था। इससे प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वालों को पास बर्ड और कारोबारियों को बैंक स्टेटमेंट मिलने लगे थे। प्रशासन ने विद्यार्थियों, कांट्रेक्टर और टूर ऑपरेटरों को सहूलियत प्रदान करने के लिए लगभग 900 इंटरनेट प्वाइंट शुरू किए हैं।
डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा है कि एसएमएस सेवा बहाल होने के बाद सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने को कहा गया है। यदि किसी ने गड़बड़ी करने की कोशिश की तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दुष्प्रचार करने वालों पर पैनी नजर रहेगी। ऐसे तत्वों को चिह्नित कर उन्हें कानून के तहत दंडित किया जाएगा।