हेमंत सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ 29 दिसंबर को लेंगे। 2019 के उत्तरार्द्ध में नए सपने देखने की उम्मीद से विपक्ष ने शपथ ग्रहण समारोह के बहाने 2020 के स्वागत की शानदार तैयारी की है। शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने हामी भरी है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, एनसीपी के दिग्गज नेता शरद पवार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के अरविंद केजरीवाल, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी शामिल होने की सहमति दे दी है।
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, डीएमके सांसद कनिमोझी. टीआर बालू, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के खिलाफ बेगूसराय से चुनाव लड़ चुके कन्हैया कुमार भी शपथ ग्रहण समारोह का हिस्सा बनेंगे।
2019 का ग्रैंड शपथ ग्रहण समारोह
अंतिम समय में शिवसेना ने भाजपा का साथ छोड़ दिया। इसके बाद भी भाजपा ने सरकार बनाने की पूरी कसरत की, लेकिन 40 घंटे बाद ही उसके मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को पद से इस्तीफा देना पड़ा था। वहीं झारखंड में गठबंधन के आगे सत्तारुढ़ दल की करारी हार हुई है। इसलिए उत्साह से लबरेज विपक्ष समारोह को शानदार तरीके से पूरा करना चाहता है।
सिमट रही है भाजपा
हरियाणा में भाजपा को सरकार बनाने के लिए दुष्यंत चौटाला के साथ गठबंधन करना पड़ा, तो महाराष्ट्र में सरकार बनाने में तोड़-फोड़ करके सफल हुई, लेकिन 40 घंटे के भीतर ही उसके मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को इस्तीफा देना पड़ा। शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस ने राज्य में सरकार बनाई। इसी महीने में संपन्न हुए झारखंड चुनाव ने भी भाजपा को निराश किया। अब भाजपा की निगाह दिल्ली, बिहार, प. बंगाल पर टिकी है।
हालांकि भाजपा इनमें से केवल बिहार में जद (यू) की सत्ता साझीदार है। लेकिन विपक्ष की तैयारी तीनों राज्यों में भाजपा को पटखनी देकर प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के राजनीति अवसान का संकेत देने की है |