इंदौर . शिवधाम कॉलोनी में रहने वाली 35 बरस की पलक बागेचा। इनसानों से धोखा मिला तो दो पालतू कुत्तों को ही हमदर्द बना लिया। पलक ने आत्महत्या कर ली तो ये हमदर्द पलंग के आसपास ही घूमते रहे। दो दिन बाद बदबू आई तो पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस वहां पहुंची और शव को ऊपर से नीचे लेकर आई। इस दौरान कुत्ते एेसे बर्ताव कर रहे थे मानो कोई परिजन रोते-बिलखते हुए बदहवास सीढ़ियों से साथ-साथ उतर रहा हो।
शव को एम्बुलेंस में रखा तो एक कुत्ता झट से छलांग लगाकर बॉडी के ऊपर बैठ गया। कपड़े में लिपटे शव में वह अपनी मालकिन का चेहरा बार-बार गर्दन घुमाकर तलाशता रहा। दूसरा गाड़ी की अगली सीट पर गर्दन घुमाए बैठा रहा। पड़ोसी बताते हैं कि अजनबी को देख श्वान खूब भौंकते थे, लेकिन जब पोस्टमॉर्टम के लिए बाॅडी ले जाई गई तो मानो सब भूल गए। तेजाजी नगर पुलिस के अनुसार, पलक पति जीतेश बागेचा ने मंगलवार रात फांसी लगा ली। गुरुवार रात आठ बजे दरवाजा पलक का भाई अमनदीप फ्लैट पर पहुंचा तो देखा कि पलक का शव फंदे पर टंगा था और दोनों डॉगी पास में घूम रहे थे।
पहले पति से तलाक… दूसरे ने बना दिया ड्रग एडिक्ट
परिजन ने पुलिस को बताया कि उन्होंने 9 साल पहले पलक की शादी सिख समाज में की थी। शादी से पहले पलक का फ्रेंड जीतेश से प्रेम संबंध था। कुछ समय बाद जीतेश ने उसे उकसाकर पहले पति से तलाक दिलवा दिया। 8 साल पहले जीतेश ने उससे मंदिर में शादी कर ली। कुछ दिन बाद जीतेश ने पलक को नशे का एडिक्ट बना दिया। तब मायके वालों ने पलक को रिहेब सेंटर में रखकर इलाज करवाया।
पति छोड़कर चला गया तो टूट चुकी थी पलक
तीन-चार साल पहले जीतेश ने पलक से विवाद किया और छोड़कर चला गया। पलक जीतेश के पिता मोहन पटाखे वाले की मल्टी में एक फ्लैट में अकेली रहने लगी। जीतेश द्वारा छोड़ने से वह टूट चुकी थी, लेकिन मायके वाले उसे हिम्मत बंधाते रहे। दो माह पहले जीतेश ने तलाक के लिए केस फाइल कर दिया था। मौत की जानकारी के बाद भी जीतेश नहीं आया।