भुवनेश्वर। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व सांसद प्रदीप माझी द्वारा दिए गए विवादित बयान का वीडियो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इस वीडियो में प्रदीप माझी फोन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भड़काऊ भाषा में बात कर रहे हैं।
गौरतलब है कि 14 दिसंबर को नवरंगपुर जिला के कोषागुमुड़ा ब्लाक अन्तर्गत गुमण्डली गांव की बहुचर्चित नाबालिग दुष्कर्म एवं हत्या घटना में संपृक्त दोषी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग को लेकर गुरुवार को पूर्व सांसद प्रदीप माझी के नेतृत्व में जिला कांग्रेस की तरफ से नवरंगपुर जिला बंद पालन किया जा रहा था। इसी दौरान पूर्व सांसद ने उपरोक्त बातें अपने कार्यकर्ताओं से कर रहे थे। बंद पालन के दौरान पूर्व सांसद माझी ने कहा कि नाबालिग दुष्कर्म घटना को लगभग दो सप्ताह बीत गया मगर अभी तक पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट न आना, घटना के लिए जिम्मेदार व्यक्ति के पास अभी तक पुलिस का न पहुंच पाने से पता चल रहा है कि पुलिस की जांच प्रक्रिया कितनी तेज चल रही है।
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के इस बंद के दौरान नवरंगपुर के अम्बेडकर चौक में एक कार को प्रदर्शनकारी कुछ शरारती तत्वों ने आग लगा दी जिससे कार पूरी तरह जलकर खाक हो गई है। खबर के मुताबिक कार रास्ते के किनारे खड़ी थी, जब उसमें आग लगाई गई थी। अब इस घटना को कांग्रेस के बंद से जोड़कर देखा जा रहा है।
माझी से इस बयान के संदर्भ में पूछे जाने पर उन्होंने कहा है कि हमें अपने बयान पर कोई पछतावा नहीं है। दुष्कर्म एवं हत्या घटना को 13 दिन बीत गया। अभी तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आयी है। अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। पुलिस उन्हें पकड़ नहीं रही है। बीजद सरकार में मां, बहनों की इज्जत लूटी जा रही है। हम क्या चुप बैठ जाएं, क्या हमने चूड़ी पहनी हैं। माझी ने कहा कि पिछले 10 साल में 30 हजार दुष्कर्म की घटना हुई है। हमारी मां बहने सस्ती नहीं हैं। हम अब चुप नहीं बैठेंगे। कानून हाथ में लेने के लिए सरकार हमें मजबूर कर रही है। गांधी नीति से जब न्याय नहीं मिला तब हम सुभाष चन्द्र बोष की नीति को अपनाए हैं। महात्मा गांधी जी के मार्ग पर चलकर हम हताश हो गए हैं। न्याय न मिलने पर अब हम न्याय छीनकर लेंगे। शांति से न्याय नहीं मिलेगी तो अशांत होना पड़ेगा और इसके लिए जो कुछ भी घटित होगा उसके लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार होंगे।
इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बीजद सांसद रमेश माझी ने कहा है कि एक दायित्व सम्पन्न राजनेता द्वारा हिंसा करना ठीक नहीं है। कार्यकर्ताओं को हिंसा के लिए भड़काना अशोभनीय है। उनकी यह भाषा आतंकवादी की तरह लग रही है। पिछले चुनाव में मिली हार के कारण वह इस तरह का वक्तव्य दे रहे हैं।