रांची. जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने रिम्स जाकर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद से मुलाकात की. इस दौरान दोनों के बीच सरकार गठन को लेकर चर्चा हुई. साथ ही हेमंत सोरेन ने लालू प्रसाद की स्वास्थ्य की भी जानकारी ली. हेमंत सोरेन के शपथग्रहण में लालू प्रसाद के शामिल होने की संभावना नहीं दिख रही है. मुलाकात के बाद हेमंत सोरेन ने कहा कि शपथग्रहण से पहले आरजेडी सुप्रीमो का आशीर्वाद लेने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने साफ किया कि उनके शपथग्रहण में पीएम मोदी शामिल नहीं होंगे. व्यस्त कार्यक्रम के चलते पीएम नहीं आ पाएंगे. रघुवर दास के खिलाफ शिकायत वापस लेने पर हेमंत ने कहा कि प्रदेश के विकास में सत्तापक्ष और विपक्ष सभी को साथ लेकर चलेंगे. किसी के साथ मेरा कोई द्वेष नहीं है.
पीएम से मिलने का मांगा था समय
हेमन्त सोरेन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के लिए समय मांगा था. उम्मीद जताई जा रही थी कि हेमंत पीएम को शपथग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता देंगे. और इसी के मद्देनजर उन्होंने पीएमओ से मुलाकात के लिए समय मांगा था. बुधवार को दिल्ली में हेमंत सोरेन ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को भी शपथग्रहण में आने का न्योता देंगे. बुधवार को ही उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात कर शपथग्रहण में शामिल होने का न्योता दिया.
मंत्रिमंडल को लेकर मंथन जारी
हेमंत सरकार में कौन और कितने मंत्री होंगे, इस पर भी मंथन जारी है. राज्य में मुख्यमंत्री के अलावा 12 मंत्री बनाए जाने का प्रावधान है. हालांकि पिछली सरकार ने 11 मंत्रियों के सहारे ही अपना कार्यकाल पूरा किया. हेमंत मंत्रिमंडल में सामाजिक समीकरणों और अनुभव को ध्यान में रखा जाएगा. और इसी आधार पर मंत्रियों का चयन होगा. जेएमएम कोटे से 6, कांग्रेस से 4 और राजद को एक मंत्री पद देने की चर्चा है. कांग्रेस को स्पीकर का पद मिलना तय माना जा रहा है. इसके अलावा कांग्रेस की डिप्टी सीएम पद की मांग पर भी विचार चल रहा है.
मंत्रीपद के लिए इन नामों की चर्चा
हेमंत मंत्रिमंडल के लिए जेएमएम से स्टीफन मरांडी, नलिन सोरेन, चंपई सोरेन, हाजी हुसैन अंसारी, दीपक बिरुआ, मिथिलेश ठाकुर, सरफराज अहमद, बैजनाथ राम, सीता सोरेन के नामों की चर्चा जोर पर है. वहीं कांग्रेस से आलमगीर आलम, राजेंद्र सिंह, रामेश्वर उरांव, दीपिका पांडेय, ममता देवी, बन्ना गुप्ता और इरफान अंसारी मंत्री बनाये जा सकते हैं. मंत्रिमंडल का स्वरूप कैसा होगा, इस पर दिल्ली में भी मंथन जारी है. मंत्रिमंडल गठन में कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह की भूमिका अहम मानी जा रही है. दिल्ली में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को शपथग्रहण समारोह में शामिल होने का न्यौता देने के बाद हेमंत सोरेन ने आरपीएन सिंह से इसको लेकर विचार विमर्श किया.बता दें कि हेमंत सोरेन 29 दिसंबर को रांची के मोरहाबादी मैदान में दिन के एक बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उनके साथ एक-दो मंत्री शपथ ले सकते हैं. जनवरी में कैबिनेट का विस्तार किया जा सकता है. उधर, जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक जेवीएम सरकार में शामिल नहीं होगा|