मुंबई. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी सब्सिडियरी रिलायंस रिटेल के शेयरधारकों को शेयर स्वैप का ऑफर दिया है। इस स्कीम के तहत रिलायंस रिटेल के 4 शेयरों के बदले रिलायंस इंडस्ट्रीज का एक शेयर दिया जाएगा। इस हिसाब से रिलायंस रिटेल का वैल्यूएशन 2.5 लाख करोड़ रुपए होता है। यह प्रतिद्वंदी रिटेल फर्म डीमार्ट से दोगुना है।
रिलायंस रिटेल के कर्मचारियों ने शेयर बेचने का विकल्प मांगा था: रिपोर्ट
- शेयर स्वैप स्कीम रिलायंस रिटेल के उन कर्मचारियों के लिए है जिन्हें एम्प्लॉयी स्टॉक ऑप्शन योजनाओं के तहत शेयर मिले थे। इस स्कीम से रिलायंस रिटेल के कर्मचारियों के लिए नकदी की उपलब्धता बढ़ेगी। वे रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों की एक्सचेंज पर बिक्री कर सकेंगे, जबकि रिलायंस रिटेल शेयर बाजार में लिस्टेड नहीं है। हालांकि, शेयर स्वैप स्कीम से दोनों कंपनियों के कैपिटल स्ट्रक्चर में कोई बदलाव नहीं होगा।
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रिलायंस रिटेल के कर्मचारी शेयर बेचने के विकल्प मांग रहे थे, इसलिए शेयर स्वैप का विकल्प दिया गया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अगस्त में कहा था कि रिलायंस रिटेल को 2024 तक शेयर बाजार में लिस्ट करवाने की योजना है।
- रिलायंस ने 2006 में ग्रॉसरी स्टोर से रिटेल कारोबार की शुरुआत की थी। रिटेल बिजनेस पर अब तक 14,000 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है। ग्रॉसरी, लाइफस्टाइल, एपैरल और इलेक्ट्रोनिक्स सेगमेंट में रिलायंस के 10,644 स्टोर हैं। इनमें से 2,829 बीते वित्त वर्ष में शुरू किए थे। सितंबर तिमाही में रिलायंस रिटेल का रेवेन्यू 27% बढ़कर 41,202 करोड़ रुपए और मुनाफा 66.8% बढ़कर 2,322 करोड़ रुपए रहा था।