शिमला. शहर में चल रही इलेक्ट्रिक बसें अब पर्यटकाें काे शिमला दर्शन करवाएंगी। दाे बसाें काे स्पेशल टूरिस्ट सर्किट बस के ताैर पर चलाने का निर्णय हुआ है। एचआरटीसी ने इसके लिए सभी तरह की तैयारियां पूरी कर दी है। जल्द ही परिवहन मंत्री इसका उद्घाटन करेंगे। इसके बाद ये बसें स्पेशल रूटाें पर चल पड़ेंगी।
शिमला शहर उतर भारत का पहला ऐसा शहर है, जहां पर सबसे ज्यादा 50 इलेक्ट्रिक बसें चली हुई हैं। इनमें 30 और 20 सीटर बसें लाेगाें काे पर्यावरण प्रदूषण मुक्त सुविधाएं प्रदान कर रही हैं। ऐसे में अब दाे बसें स्पेशल रूट पर चलेगी। ये बसें पर्यटकाें काे हर मंदिर और अंग्रेजों के जमाने की हेरिटेज साइट्स के साथ कुफरी, हाटूपीक, साईं टैंपल पुजारली, नालदेहरा हेरिटेज गोल्फ ग्राउंड साइट्स तक ले जाएगी। यहां पर रुकने का समय 20 से 30 मिनट का तय हाेगा।
एमडी एचआरटीसी युनूस का कहना है कि पर्यटकाें की सुविधा के लिए इस तरह की याेजना काे तैयार किया गया है ताकि, पर्यटकाें काे किसी तरह की दिक्कताें का सामना न करना पड़े। हर मंदिर और अंग्रेजों के जमाने की हेरिटेज साइट्स के साथ ले जाएंगी कुफरी, हाटूपीक, साईं टैंपल पुजारली, हेरिटेज गोल्फ ग्राउंड साइट्स तक टैक्सी इन साइट्स का लेती हैं 5 हजार रूपए लेकिन इस बस का किराया केवल 200-300 रूपए ही रहेगा।
शहर में टैक्सी चालकाें की मनमानी पर लगेगी राेक शहर में टैक्सी चालकाें की ओर से लाेकल स्पाॅट दिखाने के नाम पर पैकेज दिए जाते हैं। ये दाे से तीन हजार में शिमला के लाेकल साइट काे दिखाते हैं। जबकि एचआरटीसी महज 200 और 300 के किराए पर ही बाहर से आने वाले पर्यटकाें काे ये लाेकल साइट दिखाएंगे। एचआरटीसी के चालक और परिचालक भी पर्यटकाें काे टूरिस्ट स्पाॅट दिखाने में मदद करेंगे। एचआरटीसी की इस पहल से बाहर से आने वाले लाेगाें काे फायदा हाेगा।