नागरिकता संशोधन विधयक के विरोध में गुरुवार राजधानी लखनऊ में बवाल हुआ। शुक्रवार को जुमे की नमाज और बंद के मैसेज वायरल होने पर पूरे प्रदेश में हाईअलर्ट घोषित किया गया है। एहतियातन आगरा में भी इंटरनेट सेवाएं बंद रखने का फैसला लिया गया है। रात दस बजे मुख्यमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग में अधिकारियों से रूबरू हुए। सुरक्षा व्यवस्था के लिए दिशा निर्देश दिए।
गुरुवार को ताजनगरी में सब कुछ शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न हो गया। शाम को अधिकारियों की नजर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक मैसेज पर पड़ी। जिसमें शुक्रवार को बाजार बंदी का आह्वान किया गया था। मैसेज देखते ही अधिकारी हरकत में आ गए। पूरे शहर में पुलिस सड़क पर आ गई। जगह-जगह मोहल्ला सभाएं कराई गईं। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों की एक टीम मंटोला पहुंची। इस्लामिक लोकल एजेंसी के पदाधिकारियों से वार्ता की। उन्होंने लिखित में दिया कि शुक्रवार को किसी प्रकार के बंद का आह्वान नहीं है। उन्होंने समाज के लोगों से अपील भी की कि वायरल मैसेज को नजर अंदाज करें।
एसएसपी ने बताया कि नाई की मंडी निवासी एक व्यक्ति ने बंद का मैसेज वायरल किया। पुलिस ने उससे संपर्क किया। पूछा कि शुक्रवार को किसके आह्वान पर बंद है। उसने बताया कि मैसेज सोशल मीडिया पर आया था। भ्रम में उससे शेयर हो गया। उसने भी अपना वीडियो बनवाया, जिसमें लोगों से अपील की कि उसने कोई आह्वान नहीं किया है। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि इंटरनेट सेवाएं बंद करने के लिए जिलाधिकारी से कहा गया है। शुक्रवार को सुबह छह बजे से ताजनगरी में इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी। आगरा में पूरी तरह शांति है। कुछ अवांछनीय तत्व फर्जी मैसेज वायरल करने से बाज नहीं आते हैं, इसलिए इंटरनेट सेवाएं बंद कराई जा रही हैं।
सादा वर्दी में लगाए एक हजार जवान
पुलिस वर्दी में रहती है तो अवांछनीय तत्व वहां नहीं आते। वे भीड़ में शामिल होकर माहौल खराब करने का प्रयास करते हैं। यह मानते हुए एसएसपी ने गुरुवार को नई रणनीति बनाई। एक हजार पुलिस के जवानों को सादा वर्दी में मिश्रित आबादी क्षेत्रों में तैनात किया गया है। वे राहगीर बनकर मिश्रित आबादी क्षेत्रों में घूमेंगे। जहां भीड़ और मजमा देखेंगे वहां रुक जाएंगे। कौन क्या बात कर रहा है इस पर ध्यान देंगे। कहीं कुछ गड़बड़ी की आशंका होगी तो तत्काल एसएसपी को मैसेज करेंगे।
हर तरफ रहेगा पुलिस का पहरा
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि पुराने शहर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। शुक्रवार को जहां-जहां जुमे की नमाज होगी, वहां पुलिस नजर आएगी। यह पुलिस सिर्फ इस बात के लिए है कि कोई भीड़ को उकसाने का प्रयास नहीं करे। किसी ने माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया,तो पुलिस सख्ती से निपटेगी।
रात को घर-घर दी गई दस्तक
पुलिस ने 100 से अधिक लोगों को पहले से चिन्हित कर रखा है। एक जुलाई के बवाल के समय यह सूची तैयार हुई थी। यही सूची अब भी काम आ रही है। पुलिस के पास सभी के नाम, पते और मोबाइल नंबर है। शाम से ही पुलिस ने इन लोगों के घर दस्तक देना शुरू कर दिया। कई लोगों को फोन किया। उनसे एक ही बात कही कि ताजनगरी में अमनचैन कायम रहना चाहिए। वे भी इस काम में पुलिस का सहयोग करें। कहीं कुछ गड़बड़ हुआ तो इसके लिए उन्हें भी जिम्मेदार माना जा सकता है। पूर्व में उनके नाम आ चुके हैं। सभी अधिकारियों की निगाह में हैं।
अफवाहों पर ध्यान न दें
एडीजी अजय आनंद अलीगढ़ में कैंप किए हुए हैं। उन्होंने जनता से आग्रह किया है कि कहीं कोई बंद नहीं है। लोग अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। बिना पढ़े किसी भी पोस्ट को सोशल मीडिया पर वायरल नहीं करें। ऐसा करने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है। साइबर सेल एक-एक मैसेज पर नजर रखे हुए हैं।
नमाज के समय कड़ी सुरक्षा
आईजी रेंज ए सतीश गणेश ने बताया कि शुक्रवार को जुमे की नमाज है। रेंज के सभी पुलिस कप्तानों को निर्देश दिए गए हैं कि मिश्रित आबादी क्षेत्रों में पुलिस तैनात रहेगी। अग्रिम आदेश तक सेक्टर स्कीम लागू रहेगी। जुमे की नमाज के समय सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जाने हैं। कोई कहीं जबरन बाजार बंद कराने का प्रयास करे तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। जिन लोगों को पूर्व में चिन्हित किया गया है, पुलिस एक-एक के घर पर दस्तक दे। उन्हें बताए कि वे पुलिस की नजर में हैं। माहौल खराब हुआ, तो जिम्मेदार वे होंगे।