नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में एएमयू में हुए बवाल के बाद सबसे ज्यादा परेशानी जम्मू-कश्मीर के छात्र छात्राओं के सामने आई है। हॉस्टल छोड़ने के बाद घर जा रहे 600 से अधिक छात्र-छात्राएं जम्मू में फंसे हैं, क्योंकि उनके घर जाने वाले रास्तों पर हुई बर्फबारी से आवाजाही ठप है। अब वहां पर फंसे हुए छात्र-छात्राएं रास्ता साफ होने का इंतजार कर रहे हैं।
एएमयू में 1100 से अधिक कश्मीरी छात्र पढ़ते हैं। इनमें 150 से अधिक रिसर्च स्कॉलर हैं। बॉटनी विभाग में रिसर्च के छात्र मीर अख्तर ने बताया कि सोमवार को दो बसों में कश्मीरी छात्रों को रवाना किया गया था। इसमें छात्राएं भी थीं। आगे रास्ता साफ नहीं होने के चलते जम्मू में गेस्ट हाउस लिए गए हैं, जिनमें छात्र और छात्राओं को अलग-अलग ठहराया गया है।
सोमवार को रवाना हुई प्रत्येक बस के साथ चार पुलिसकर्मी भी थे। मंगलवार को फिर से चार बसें रवाना हुईं और प्रत्येक बस में दो-दो पुलिस कर्मी थे। इन लोगों के रिश्तेदार या परिचित जम्मू में हैं, वह वहीं पर रुक रहे हैं। इसके अलावा कुछ छात्र कैब करके या हवाई जहाज से भी अपने-अपने घर पहुंचे हैं।