मुंबई. नागरिक संशोधन बिल के खिलाफ चेंबूर में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस ) के छात्रों ने सोमवार को जमकर प्रदर्शन किया। छात्रों ने कॉलेज कैंपस के बाहर जमकर नारेबाजी की और अपनी कक्षाओं का बहिष्कार किया। प्रदर्शन करने वाले ज्यादातार छात्र नार्थ ईस्ट राज्यों के थे। ये सभी जामिया और अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज का विरोध कर रहे थे। विरोध करने वालों ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।
पुलिसवालों के कहने पर रास्ता बदला
बढ़ती भीड़ को देख पुलिस ने पूरे इलाके में पुलिस के पुख्ता बंदोबस्त कर दिए थे। छात्रों ने हाथों में पोस्टर, बैनर लेकर कुछ दूर तक शांतिपूर्ण मार्च भी किया। पुलिस ने ट्रैफिक संचालन को सुचारू बनाए रखने के लिए मुख्य मार्ग की बजाय दूसरे मार्ग से शांति मार्च निकालने की अपील की थी। सैंकड़ों की संख्या में जुटे छात्र पहले तो अपनी बात पर अडिग रहे, लेकिन बाद में वे पुलिस के बताए मार्ग से मार्च निकालने पर मान गए।
जामिया-अलीगढ़ में रविवार रात क्या हुआ?
- जामिया यूनिवर्सिटी में रविवार रात प्रदर्शनकारियों ने 4 बसों समेत 8 वाहन फूंक दिए थे। पुलिस के बल प्रयोग में करीब 100 से अधिक छात्र जख्मी हुए थे। 52 छात्रों को हिरासत में लिया गया था। इसके खिलाफ जामिया और जेएनयू के छात्रों ने पुलिस हेडक्वार्टर का घेराव किया। सोमवार तड़के पुलिस ने सभी छात्रों को छोड़ दिया। जामिया हिंसा को लेकर दो एफआईआर दर्ज हुई हैं।
- जामिया में पुलिस कार्रवाई के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में भी रात को छात्रों का प्रदर्शन उग्र हो गया। पुलिस पर पत्थरबाजी के बाद छात्रों पर लाठीचार्ज हुआ। इसमें 60 से ज्यादा छात्र जख्मी हुए। एएमयू और जामिया प्रशासन ने 5 जनवरी तक छुट्टी घोषित कर दी है। एएमयू के रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद ने बताया कि छात्रों से रविवार देर रात हॉस्टल खाली कराए गए। उन्हें बस और ट्रेन से घर भेजने के इंतजाम किए गए। जामिया के भी कई छात्र सोमवार को अपने घर रवाना हो गए।