रांची. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा है कि मुख्यमंत्री रहते झामुमो के शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन चुनाव हार चुके हैं। राजद के अध्यक्ष चुनाव ही नहीं लड़ सकते। कांग्रेस के अध्यक्ष लोकसभा चुनाव हारने के बाद पद छोड़ चुके हैं। पराजित सेनापतियों का गठबंधन झारखंड को कहां ले जायेगा, इसे समझा जा सकता है। उन्होंने दावा किया कि यूपीए के तीनों दल अपनी राजनीतिक जमीन बचाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं तो भाजपा सरकार बनाने के लिए। राज्य में डबल इंजन की सरकार ने विकास के काफी काम किए। इस वजह से भाजपा प्रबल बहुमत की ओर बढ़ रही है। सुधांशु त्रिवेदी रविवार को यहां मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
झामुमो पर लगाया जमीन हड़पने का आरोप
सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि झामुमो के बड़े नेताओं ने सीएनटी-एसपीटी एक्ट का उल्लंघन कर आदिवासियों की जमीन हड़प ली। राज्य के बालू घाट बड़े उद्योगपतियों को दे दिए गए। बालू का पैसा कहां आया और कहां गया? इसे जनता जानना चाहती है। हालांकि यह पूछने पर कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट के उल्लंघन पर भाजपा की सरकार ने कार्रवाई क्यों नहीं की। जिस सोहराय भवन की जमीन सीएनटी का उल्लंघन कर हेमंत सोरेन के परिवार ने खरीदी। वही काम आपकी पार्टी के नेता ने भी किया। सुधांशु त्रिवेदी स्पष्ट उत्तर नहीं दे सके। उन्होंने कहा कि कानून अपना काम कर रहा है।
मुख्यमंत्री भारी मतों से जीतेंगे
यह पूछने पर कि अब तक सरयू राय को निलंबित क्यों नहीं किया गया? क्या उनके भाजपा में लौट आने की पार्टी को आशा है। सीधा जवाब नहीं देते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री भारी मतों से चुनाव जीतेंगे। किसी भी व्यक्ति को चुनाव लड़ने की पूरी आजादी है। आजसू के विरुद्ध भाजपा के नरम रुख पर उन्होंने कहा कि यह भाजपा का संस्कार है कि वह साथ छोड़ देने के बाद भी अपने सहयोगियों के विरुद्ध आक्षेप नहीं करता। झामुमो का ट्रैक रिकॉर्ड ठीक नहीं रहा है, लेकिन जरूरत पड़ने पर भाजपा उसके साथ मिल कर सरकार बना बैठती है, सुधांशु त्रिवेदी ने यह कह कर पल्ला झाड़ लिया कि इस बार सरकार बनाने में किसी की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।