झारखंड विधानसभा चुनावों के मद्देनजर पार्टी में अनुशासन कायम रखने के उद्देश्य से भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को यहां दो टूक कहा कि जो नेता पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं अथवा पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होता है, वह पार्टी से स्वतः निष्कासित माना जाएगा।
भाजपा के प्रवक्ता शिवपूजन पाठक ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा का यह अधिकृत निर्देश जारी करते हुए कहा, ”भाजपा झारखंड प्रदेश के जो नेता विधान सभा चुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं, या प्रत्याशी का सार्वजनिक तौर पर विरोध कर रहे हैं अथवा संगठन के निर्देश के विपरीत कार्य करते हुए पार्टी का अनुशासन तोड़ रहे हैं, वे पार्टी से स्वतः निष्कासित माने जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह निर्देश पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने दिया है।
भाजपा के राज्य में कैबिनेट मंत्री रहे सरयू राय झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ जमशेदपुर पूर्व से चुनाव लड़ रहे हैं क्योंकि पार्टी ने उन्हें जमशेदपुर पश्चिम से टिकट नहीं दिया था। इतना ही नहीं वह रघुवर दास को हराने के लिए खुल कर प्रचार प्रसार कर रहे हैं। उनके अलावा पार्टी का टिकट न मिलने पर पार्टी के मुख्य सचेतक रहे राधाकृष्ण किशोर भी आजसू पार्टी के टिकट पर भाजपा प्रत्याशी पुष्पा देवी के खिलाफ छतरपुर सीट से चुनाव मैदान में उतरे हैं। इस सीट के लिए 30 नवंबर को मतदान हुआ था।
इसी प्रकार पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ताला मरांडी, पूर्व मंत्री बैजनाथ राम, बिमला प्रधान और विधायक फूलचंद मंडल भी दूसरे दलों के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। पार्टी प्रवक्ता प्रवीण प्रभाकर ने भी रविवार को पार्टी छोड़कर पीए संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी के टिकट पर नाला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी।