हरियाणा को नशा मुक्त बनाने के उद्देश्य से शुरू किए गए ‘ड्रग-फ्री हरियाणा साइक्लोथॉन 2.0’ को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने फरीदाबाद से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल एक साइक्लोथॉन नहीं, बल्कि नशे के खिलाफ एक जन आंदोलन है।
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा, “हम इस साइक्लोथॉन के माध्यम से नशा मुक्त हरियाणा के लिए जन जागरूकता अभियान चला रहे हैं। यह एक आंदोलन है जो समाज को नशे से मुक्त करने की दिशा में ठोस कदम है।”
इस साइक्लोथॉन की शुरुआत 5 अप्रैल को हिसार से हुई थी और यह भिवानी, चरखी दादरी, नारनौल, रेवाड़ी और पलवल होते हुए अब फरीदाबाद पहुंचा है। यहां से यह गुरुग्राम की ओर बढ़ेगा।
अगले तीन सप्ताहों में यह साइक्लोथॉन हरियाणा के सभी गांवों तक पहुंचेगा और नशा मुक्त समाज का संदेश फैलाएगा। इससे पहले आयोजित साइक्लोथॉन में 25 दिनों तक 1.77 लाख से अधिक साइकिल सवार और 5.25 लाख से ज्यादा नागरिकों ने भाग लिया था। उसी प्रेरणा से साइक्लोथॉन 2.0 को नई ऊर्जा और उद्देश्य के साथ शुरू किया गया है।
हरियाणा सरकार ने नशे के खिलाफ एक बहुआयामी रणनीति बनाई है जिसे ‘स्टेट एक्शन प्लान’ के तहत लागू किया जा रहा है। इसमें तीन प्रमुख स्तंभ शामिल हैं—जन जागरूकता, नशा मुक्ति एवं पुनर्वास, और ड्रग तस्करों पर सख्त कार्रवाई।
राज्य में अब तक 52 नशा मुक्ति केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं, जिनमें से 13 जिलों के सरकारी मेडिकल कॉलेजों और नागरिक अस्पतालों में विशेष वार्ड बनाए गए हैं।
जन सहयोग और पीड़ितों को सहायता प्रदान करने के लिए सरकार ने एक टोल-फ्री हेल्पलाइन 90508-91508 शुरू की है और साथ ही ‘मानस पोर्टल’ के माध्यम से नागरिक गुप्त रूप से ड्रग्स से जुड़ी गतिविधियों की रिपोर्ट कर सकते हैं।
यह साइक्लोथॉन हरियाणा में एक नई ऊर्जा के साथ जन चेतना और सहयोग की मिसाल बनता जा रहा है।