बल्लभगढ़ डिपो से हर रोज 15 से ज्यादा बसें सूरजकुंड मेले के लिए चलाई जा रही हैं। जिसमें से कुछ बसें एनआईटी डिपो और बदरपुर बॉर्डर से होकर गुजरती हैं। मेले को शुरू हुए एक सप्ताह हो चुका है लेकिन यात्रियों की संख्या में इजाफा नहीं हुआ है। हर रोज प्रति बस मात्र एक हजार से 1200 रुपये राजस्व लेकर आ रही है। जिसमें से कुछ बसों को बदरपुर बॉर्डर का टोल भी देना पड़ता है। आय कम होने के कारण रोडवेज को काफी नुकसान हो रहा है। परिचालकों ने बताया कि सुबह के समय जाते वक्त और शाम को आते वक्त यात्रियों की संख्या काफी होती है, लेकिन दोपहर के समय कई बसें खाली जाती व आती हैं। बदरपुर बॉर्डर रूट पर चलने वाले परिचालकों ने बताया कि डिपो वाया बदरपुर बॉर्डर से मेले के लिए बसों का संचालन किया जाता है। उन बसों को बाॅर्डर क्रॉस करने के लिए टोल देना पड़ता है जोकि करीब 200 रुपये का होता है। परिचालक ने बताया कि दोपहर के समय उनकी बस मात्र 150 रुपये राजस्व लेकर आती है।
फरीदाबाद : आय से ज्यादा टैक्स दे रहीं सूरजकुंड जाने वाली रोडवेज बसें –
