नई दिल्ली। दिल्ली में पानी की गुणवत्ता को लेकर राजनीति गरमा गई है। विपक्ष लगातार केजरीवाल सरकार को घेर रहा है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर पानी की गुणवत्ता पर सवाल उठाया है। मनोज तिवारी ने पत्र में लिखा है कि दिल्ली के लोगों को पीने योग्य पानी नहीं मिल रहा है। भारतीय मानक ब्यूरो ( बीआईएस) की रिपोर्ट के बाद प्रदेश की जनता डर गई है। बता दें कि बीआईएस की रिपोर्ट में दिल्ली के पानी की गुणवत्ता को बेहद खराब बताया गया है।
मनोज तिवारी ने दावा किया है कि उनके पास के ऐसे लोगों के फोन आये हैं जो अपने परिवार विशेष रूप से बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंचिंत हैं। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि दिल्ली के कई हिस्सों के लोग यह बताने के लिए आगे आ रहे हैं कि उनके नल के पानी से बदबू आ रही है, कभी-कभी सीवेज और पानी की गंध के बीच अंतर करना मुश्किल होता है।
निर्दोष नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ का आरोप
मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए मनोज तिवारी ने पत्र में लिखा,’आप जिस भी तरह की राजनीति करना चाहते हैं, करें, लेकिन बच्चों, बुजुर्गों और दिल्ली के निर्दोष नागरिक के जीवन के साथ न खेलें। मुफ्त पानी के नाम पर आप गंदे पानी की आपूर्ति कर रहे हैं और आप जोर-शोर से दावा करते हैं कि आप स्वच्छ पेय की आपूर्ति कर रहे हैं’।
केंद्र व राज्य सरकार की संयुक्त टीम करेगी पानी के गुणवत्ता की जांच
बता दें कि बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के वाइस चेयरमैन दिनेश मोहनिया और बोर्ड के सदस्य शलभ कुमार को पानी की गुणवत्ता की जांच के लिए नामित किया है। वहीं केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने बीआईएस के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी और उप महानिदेशक जयंत कुमार चौधरी को जल परीक्षण के लिए नामित किया है। ये संयुक्त टीम पानी के गुणवत्ता की जांच करेगी।