राजधानी के मादीपुर, हस्तसाल और ज्वालापुरी में तीन सरकारी अस्पतालों का निर्माण कार्य आगामी दो माह में शुरु होगा और इनमें बिस्तरों की कुल संख्या 1950 होगी। सोमवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में वित्तीय खर्च समिति की बैठक में इनके निर्माण को मंजूरी प्रदान की गई। प्रत्येक अस्पताल में 650 बिस्तर होंगे।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि हमारा मकसद आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना है और इस दिशा में लगातार हमारा प्रयास जारी है। बताया जा रहा है कि इन अस्पतालों से दिल्ली के लाखों लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से उपलब्ध हो सकेंगी। यह तीनों ही इलाके घनी आबादी वाले क्षेत्र माने जाते हैं। करीब 40 लाख लोगों को इन अस्पतालों से फायदा होगा। यहां के लोगों को घर से महज पांच किलोमीटर के दायरे में अस्पताल की सुविधा मिल सकेगी।
वित्तीय खर्च समिति की बैठक में गुरु गोबिंद सिंह अस्पताल के पिछले पांच वर्ष के आंकड़ों पर भी चर्चा हुई। यह अस्पताल अभी मादीपुर, हस्तसाल और ज्वालापुरी से लगभग समान दूरी पर स्थित है। वर्ष 2011 में गुरु गोबिंद सिंह अस्पताल में ओपीडी में मरीजों की संख्या करीब 5.5 लाख थी जो वर्ष 2016 में ही 6.82 लाख पार कर चुकी है। यहां सालाना करीब 3490 मरीज वर्ष 2011 में भर्ती हुए थे जिनकी संख्या वर्ष 2016 में 5360 हो गई थी।
इससे जाहिर है कि मरीजों की तादाद कितनी तेजी से बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार पूरे प्रयास कर रही है ताकि मरीजों को भर्ती करने के लिए कोई भी अस्पताल इंकार नहीं कर सके।