यह फिल्म मोहाली की एक कंपनी ने तैयार की है, छोब्बर 11 नवंबर को रिलीज़ होने वाली थी। जिसे केंद्रे सरकार ने कहा की फिल्म को प्रदर्शित करने के लिए सेंसर की अनुमति के लिए आवेदन नहीं आया है। अगर आवेदन आता है तो मंजूरी से पहले याची द्वारा दर्ज की गई आपत्तियों पर भी विचार किया जाएगा। इस जानकारी पर हाईकोर्ट ने याचिका का निपटारा कर दिया। याचिकाकर्ता रगवंत सिंह ने एडवोकेट अमित झांझी के माध्यम से हाईकोर्ट को बताया कि फिल्मों में लगातार हिंसा का प्रदर्शन बढ़ता जा रहा है। फिल्मों में हिंसा के प्रदर्शन का युवाओं पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के माध्यम से पंजाब में बने माहौल का याचिका में हवाला दिया गया। साथ ही बताया गया कि साहित्य के माध्यम से गन कल्चर को रोकने के लिए हाईकोर्ट भी आदेश जारी कर चुका है। पंजाब में अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है और ऐसे में फिल्मों में इस पर लगाम बेहद जरूरी है।
पंजाब : हिंसा को देखते हुए केंद्र सरकार ने फिल्म छोब्बर के रिलीज़ होने पर रोक लगाई –
