शुक्रवार दोपहर बाद प्रदेश के कई जिलों में अंधड़ और बूंदाबांदी हुई। लोगों को गर्मी से आंशिक राहत मिली। भारतीय मौसम विभाग के नारनौल स्थित सब सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि यह कमजोर श्रेणी का पश्चिमी विक्षोभ है। यही वजह है कि इसका असर कुछ ही जिलों में हुआ। 22 मई को सुबह एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे 23 व 24 मई को प्रदेश के ज्यादातर जिलों में धूलभरी हवाओं के साथ-साथ बारिश आने की संभावना है। इस दौरान दिन के तापमान में 5 डिग्री से ज्यादा की गिरावट आएगी और लोगों को गर्मी से काफी राहत मिलेगी। शुक्रवार को प्रदेश में सर्वाधिक तापमान हिसार में 47.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।वर्तमान में मरूस्थलीय पश्चिमी शुष्क गर्म हवाओं का प्रभाव मैदानी राज्यों राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली पर लगातार जारी है, जिसकी वजह से संपूर्ण इलाके में तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।हरियाणा के पश्चिमी व दक्षिणी जिलों सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, झज्जर, रोहतक व सोनीपत में अनेक स्थानों पर 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और बूंदाबांदी से लेकर हल्की बारिश की गतिविधियां देखने को मिलीं। हालांकि दिन का तापमान प्रदेश के 11 जिलों में 45 डिग्री से अधिक रहा और लू ने लोगों को परेशान किया।