शक्ति सिक्योरिटी सर्विसेज की डायरेक्टर ईशा सूरी जी से महिला दिवस के मौके पर ख़ास बात चीत मे उनका कहना ये है की,
बड़े बड़े आयोजन नारी के सम्मान में किये जायेंगे । 8 मार्च को इतना सब कुछ होगा, नारी सम्मान में की उस एक दिन में पढ़ने ओर सुनने में नारी, किसी देवी से कम नहीं लगेगी पर क्या ये वास्तविकता है ? मेरी नज़र मे महिला का सम्मान सब दिन होना ” चाहिए अर्थ यह है की नारी ,पुरुष , बड़े. छोटे काले गोरे जाति सब को लेकर समाज में जो भेदभाव है वह खत्म करना आवश्यक है।
“यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमंते तत्र देवता”की परंपरा हमारे ग्रंथों में लिखी गई है।जिसका अर्थ है जहां महिलाओं का सम्मान किया जाता है ,वहां देवता निवास करते हैं। इस तरह हम कह सकते हैं कि हमारी संस्कृति में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को अधिक सम्मान दिया गया है। नारी को जगत जननी की उपाधि दी गई है। सृष्टि का अस्तित्व नारी से जुड़ा है। इन्हें ही सृष्टि का आधार माना गया है।नारी के बिना पुरुष को अधूरा ही माना गया है। नारी के समाज में कई रूप देखने को मिलते हैं। और उसके हर रूप की अपनी एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कहीं मां के रूप में, कहीं बेटी के रूप में, कहीं बहन के रूप में, कहीं पत्नी के रूप में, नारी समाज में अपनी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाती है।
आज नारी समाज सेवा के क्षेत्र में,व्यवसाय के क्षेत्र में,सिनेमा जगत के क्षेत्र में, शिक्षा के क्षेत्र में, मीडिया के क्षेत्र में, मॉडलिंग एवं फैशन के क्षेत्र में, राजनीति में उद्योग जगत में बड़े-बड़े पदों पर रहकर, नारियांना अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित कर रही हैं।यहां तक की रक्षात्मक प्रणाली का भी हिस्सा बन चुकी हैं। जिसमें मिलिट्री, पैरामिलिट्री, पुलिस फोर्स, एयरफोर्स, नेवी में महिलाओं की भूमिका सराहनीय है।
नारी के रूप को परिभाषित करना एक बहुत ही कठिन कार्य है। क्यों की हर रूप में हर किरदार में वो अलग ही नज़र आती है। माँ, बेटी ,पत्नी या महिला शक्ति की बात करे तो आज भी नारी सब से आगे है। आज नारी किसी से कम नहीं है.उसे किसी शक्ति की ना पहले कमी थी ना ही आज है। लेकिन आज भी भारत की नारी जो गाँव में रहती है और सिर्फ घर तक ही उन्हे सीमित रखा है, उन्हे जरूर महिला शसक्तीकरण की आवश्कता है। हमे उन्हे हर तरह से आत्मनिर्भर बनाना चाहते है. मैं ईशा सूरी डिजायर 4 लाइफ की वाईस प्रेजिडेंट होने के नाते सब महिलाओ से बस एक ही अपील करती हू ,की महिला अगर महिला का साथ देगी तो उसे शक्तिशाली बनने से कोई नहीं रोक सकता। आज शिक्षा , संस्कार , परिवार सभी में नारी का अहम् रोल हैं।
ईशा सूरी
डायरेक्टर
शक्ति सिक्योरिटी सर्विसेज
नेशनल वाईस प्रेजिडेंट
डिजायर 4 लाइफ