लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल करना सही है लेकिन माता-पिता की सहमति से होने वाली शादियों के लिए उम्र 18 साल ही रखी जानी चाहिए। यह फैसला गुरुवार को जींद के अर्बन इस्टेट स्थित जाट धर्मशाला में हुई प्रदेशभर की खापों की पंचायत में लिया गया।
खाप के फैसलों की जानकरी देते हुए ढांडा ने बताया कि समगोत्र, एक ही गांव व साथ लगते गांव (गुहांड) में होने वाली शादियों को मान्यता नहीं दी जानी चाहिए। इसके लिए भी सरकार को कानून बनाना चाहिए। पंचायत में तपों से प्रतिनिधियों ने भी शिरकत की।
दिनभर खाप प्रतिनिधियों ने लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल करने के केंद्र सरकार के फैसले पर मंथन किया। कुछ वक्ताओं शादी की उम्र 21 साल करने को गलत ठहराया तो कुछ ने इसे सही फैसला बताया। इसके पक्ष में खाप चौधरियों ने कहा कि इससे लड़के-लड़कियों के भाग कर शादी करने के मामलों में कमी आएगी। वहीं विरोध में कहा कि इससे समाज में दुष्कर्म व आन के लिए हत्या जैसे मामले और अधिक बढ़ेंगे।
खापों ने कहा कि सरकार को इस प्रकार के विषयों पर समाज का पक्ष भी लेना चाहिए। इस दौरान धमतान तपा के प्रधान डॉ. प्रीतम नैन, खेड़ा खाप से सतबीर पहलवान, टेकराम कंडेला, पूनिया खाप से एडवोकेट जितेंद्र छात्तर, बिठमड़ा समैण खाप से सूबे सिंह समैण, सविता आर्य, कंडेला खाप से ओमप्रकाश कंडेला, धर्मपाल कंडेला, डॉ. ओमप्रकाश धनखड़, तुलसी ग्रेवाल, सुरेश कोथ, सिक्किम सफाखेड़ी मौजूद रहे।