भिवानी -नगर परिषद हाउस की बैठक शुरू हुई। बैठक शुरू होते ही सबसे पहले वार्ड 6 के पार्षद रविद्र गुप्ता हस्ताक्षर कर बाहर आ गए। करीब आधे घंटे बाद दोपहर 12 बजे तक नप वाइस चेयरमैन दीपक बबलू श्योराण, वार्ड 5 की पार्षद मीना देवी, वार्ड 11 के पार्षद विनोद कुमार, वार्ड 14 की पार्षद उषा मेहरा, वार्ड 17 की पार्षद सुमन देवी, वार्ड 19 के पार्षद विरेंद्र सांगवान, वार्ड 20 की पार्षद रचना देवी, वार्ड 21 के पार्षद रोहित राजपूत भी हस्ताक्षर कर बैठक से बाहर आ गए। पार्षदों का विश्वास खो चुके है चेयरमैन :वाइस चेयरमैन
वाइस चेयरमैन दीपक बबलू श्योराण ने बताया कि नप चेयरमैन संजय छपारिया के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए बैठक पर लगा स्टे बीती एक अक्टूबर को खत्म हो चुका है। जिसके चलते वे अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए बैठक बुलाने की मांग को लेकर अतिरिक्त उपायुक्त व अन्य अधिकारियों से भी मिले थे। उक्त पार्षदों ने कहा कि पहले चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने को लेकर बैठक होनी चाहिए। उसके बाद ही वे नप की साधारण बैठक में पूर्ण रूप से शामिल होंगे। वाइस चेयरमैन दीपक श्योराण व अन्य पार्षदों ने चेयरमैन पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के भी आरोप लगाए हैं। विकास की नहीं है चिता : चेयरमैन
नगर परिषद चेयरमैन संजय छपारिया ने कहा कि बैठक शुरू होते ही 9 पार्षद हस्ताक्षर कर बैठक से चले गए। उन्होंने कहा कि उक्त पार्षदों को शहर के विकास की कोई चिता नहीं हैं। उन्हें केवल अपने मानदेय से मतलब है। उन्होंने कहा कि बैठक में ऐतिहासिक श्यामसर सरोवर, स्वच्छता अभियान इत्यादि को लेकर भी चर्चाएं होनी थी। लेकिन उक्त पार्षदों ने इन मुद्दों पर भी चर्चा करना उचित नहीं समझा। चेयरमैन छपारिया ने कहा कि नियमों के अनुसार यदि कोई पार्षद लगातार तीन बैठक में अनुपस्थित रहता है तो उसकी सदस्यता रद हो सकती है। ऐसे में केवल अपनी सदस्यता बचाने के लिए उक्त नौ पार्षद हस्ताक्षर कर बिना विकास कार्यो पर चर्चा किए बैठक से चले गए। चेयरमैन संजय छपारिया ने उन पर लगाए जा रहे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है।