हृदय रोगी दांत का इलाज करवाते समय जरूर बरतें ये सावधानी, रखें इन बातों का ख्याल

पानीपत डेक्स –   ह्रदय  रोगियों (Heart Patient) को सबसे जरूरी है कि वे अपने खानपान (Diet) में ध्यान रखें. दिल के मरीजों को किसी अन्य समस्या का इलाज करवाते समय भी सावधानी रखनी चाहिए. इसमें सबसे जरूरी है दांतों के इलाज (Teeth Treatment) में सावधानियों की. वैसे तो दांतों का, दिल के स्वास्थ्य से कोई सीधा संबंध तो नहीं है, लेकिन कई डॉक्टरों का यह मानना है कि यदि मुंह की साफ-सफाई ठीक से नहीं रखी जाए तो दिल के मरीज के मुंह की गंदगी शरीर में जाकर रक्त में मिल जाती है और रक्त के द्वारा यह गंदगी दिल की नसों तक पहुंचकर वाल्व को नुकसान पहुंचाती है. लेकिन समस्या बनी रहे तो मान्यता प्राप्त डॉक्टर को ही दिखाएं. आइये जानते हैं की दांतों के इलाज के दौरान दिल के मरीजों को किन-किन सावधानियों की बेहद ज्यादा जरूरत होती है.

डेंटिस्ट को बताएं अपने दिल की बीमारी और दवा के बारे में

दिल के मरीज जब भी दांत का इलाज करवाएं तो डेंटिस्ट को अपनी दिल की बीमारी की सभी दवाइयों के बारे में पूरी जानकारी दें. इससे दांतों के डॉक्टर उस अनुसार दांतों का इलाज कर सकेंगे. इसके अलावा, दिल के मरीजों को अपने कॉर्डियोलॉजिस्ट का नाम, पता और कांटेक्ट नंबर भी दांत के डॉक्टर को पहले से बता देना चाहिए, जिससे कोई परेशानी होने पर डेंटिस्ट संपर्क कर सकें और उस अनुसार अपने मरीज का इलाज कर सके.
खुलकर बात करें अपने डॉक्टर से

दिल के मरीजों को दांतों का इलाज करवाने से पहले किसी प्रकार का डर हो तो पहले से ही अपने कॉर्डियोलॉजिस्ट और डेंटिस्ट, दोनों से ही खुलकर बात करनी चाहिए, ताकि डॉक्टरों और मरीज के बीच कोई भ्रम ना रहे. इससे डॉक्टर सारी स्थिति समझ पाएंगे और मरीज को भी समझा पाएंगे. मरीज का डर दूर होगा. डॉक्टर भी अपने मरीज का आसानी से इलाज कर पाएंगे. यदि कोई ह्रदय रोगी दांतों के इलाज के समय रक्त का थक्का जमने से रोकने वाली दवा (एंटीकोमुलेंट्स) ले रहे हैं, तो उसकी भी जानकारी डेंटिस्ट को देना जरूरी है. इससे यह होगा कि मरीज को कौन-सी दावा देनी है और कौन सी नहीं देनी है, डेंटिस्ट यह बता पाएंगे.

आपातकालीन दंत चिकित्सा में रखें ये ध्यान 

किसी दिल के मरीज की कोई आपातकालीन दंत चिकित्सा हो रही हो तो उसके लिए इलाज ऐसे ही अस्पताल में करें, जहां मरीज कॉर्डियक मॉनिटरिंग में हो. डेंटिस्ट को इस बात का खासतौर पर ख्याल रखना होता है कि मरीज को कोई गंभीर बीमारी तो नहीं है. यदि मरीज गंभीर है, जैसे डायबिटीज के मरीज या दिल के मरीज हैं तो उनको पूरी तरीके से मॉनिटर करना जरूरी होता है, ताकि इलाज के दौरान कोई गंभीर समस्या ना खड़ी हो जाए.

अस्वीकरण : इस लेख में दी गयी जानकारी कुछ खास स्वास्थ्य स्थितियों और उनके संभावित उपचार के संबंध में शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए है। यह किसी योग्य और लाइसेंस प्राप्त चिकित्सक द्वारा दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवा, जांच, निदान और इलाज का विकल्प नहीं है। यदि आप, आपका बच्चा या कोई करीबी ऐसी किसी स्वास्थ्य समस्या का सामना कर रहा है, जिसके बारे में यहां बताया गया है तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें। यहां पर दी गयी जानकारी का उपयोग किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या बीमारी के निदान या उपचार के लिए बिना विशेषज्ञ की सलाह के ना करें। यदि आप ऐसा करते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको होने वाले किसी भी तरह से संभावित नुकसान के लिए Haryana 24X7 जिम्मेदार होगा।

oldAuthor

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *