बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि लॉकडाउन में विशेष बसों से लोगों को एक से दूसरे जगह भेजना ठीक नहीं है। इससे लॉकडाउन करने का कोई फायदा नहीं होगा। एक निजी न्यूजै चैनल से बात करते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि अगर इससे बीमारी फैलती है तो उसे रोक पाना मुश्किल होगा। नीतीश कुमार का यह बयान तब आया है जब दिल्ली और उत्तर प्रदेश सरकार बसों के जरिए लोगों को उनके घर तक पहुंचाने का काम कर रही है।
चैनल से बातचीत में नीतीश कुमार ने सुझाव दिया कि लोग जहां फंसे हुए हैं, उनके लिए उसी स्थान पर व्यवस्था किया जाए। कैम्प लगाकर सरकार उन्हें ठहराए और भोजन की व्यवस्था करे।
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन जारी है। इस दौरान सारे कल-कारखाने से लेकर काम-धंधा ठप है। इस कारण अन्य राज्यों से आए मजदूर मुश्किल में पड़ गए हैं। उनके पास खाने और किराया देने को पैसे नहीं हैं। ऐसे में वे बड़ी संख्या में पैदल ही अपने गांव की तरफ चल पड़े हैं।
इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश की सरकार ने 200 बसों का इंतजाम किया है। ये बसे नोएडा और गाजियाबाद से हर दो घंटे में लोगों को लेकर जाएंगी। दिल्ली और एनसीआर में काम करने वाले सबसे ज्यादा मजदूर पूर्वांचल और बिहार के हैं।