भागलपुर में तिलकामांझी थाने के विक्रमशिला कालोनी स्थित पीर बाबा स्थान के पास रंजिश के कारण युवक शुभम साकेत (25 वर्ष) की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। शुभम बीएन कॉलेज में पार्ट-2 का छात्र था और जगदीशपुर थाने के जमीन फुलबड़िया गांव के रतन कुमार पांडे का इकलौता पुत्र था। मां संगीता पांडे के बयान पर विक्रमशिला कालोनी के विक्की सिंह के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
सुरखीकल मोहल्ले के कुमार रघुवीर उर्फ अमन ने बताया कि मंगलवार रात करीब आठ बजे बाइक से होली को लेकर गुलशन पोद्दार के घर जा रहे थे। पीर बाबा स्थान के पास दोस्त परिजात से मुलाकात हो गई। इसी बीच विक्रमशिला कालोनी के विक्की सिंह आए। शुभम ने गले मिलकर होली का मुबारक दिया। इसी दौरान विक्की शुभम से उलझ गया और कमर से चाकू निकालकर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। दुकान और आसपास खड़े लोग घटना को देखते रहे लेकिन कोई बचाने नहीं आए। घटना के बाद विक्की बाइक से भाग गया। शुभम को अस्पताल लाया गया लेकिन उसने पहले ही दम तोड़ दिया था।
अस्पताल पहुंचने पर देखा, बेटे का शव पड़ा है
मां संगीता पांडे ने कहा है कि मंगलवार शाम 5:30 बजे शुभम दोस्त गुलशन पोद्दार के न्यू विक्रमशिला स्थित घर के लिए निकला था। रात करीब 8:30 बजे कुमार रघुवीर ने फोनकर बताया कि शुभम को चाकू मार दिया गया है, मायागंज लेकर जा रहे हैं। अस्पताल पहुंचने पर देखा कि वहां बेटे का शव पड़ा था। रघुवीर ने घटना की जानकारी दी। रिपोर्ट में राजट्रांसपोर्ट में कार्यरत विनोद सिंह सिंह के पुत्र विक्की सिंह को आरोपी बनाया गया है। मां ने आरोप लगाया कि विक्की सिंह से बेटा का विवाद था, इसी रंजिश में हत्या कर दी गई। डीएसपी ने कहा कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
मां-पिता का इकलौता था शुभम
शुभम साकेत मां-पिता का इकलौता पुत्र था। पहले तिलकामांझी में ही किराये के मकान में परिवार के साथ रहता था लेकिन दो माह पूर्व इस्माइलपुर प्रखंड से रतन पांडे की सेवानिवृति के बाद परिवार के लोग गांव में रहने लगे थे। शुभम की बहन कोमल पांडे बेंगलुरू में इंजीनियर है। कोमल भागलपुर के लिए रवाना हो गई है।
विक्की व पल्टू की लड़ाई में गई जान
बड़ी खंजरपुर मोहल्ले के पल्टू यादव और विक्की सिंह के बीच तिलकामांझी सरकारी स्टैंड पर वर्चस्व को लेकर सालभर से लड़ाई चल रही है। दोनों गुट एक-दूसरे पर हमला कर रहा है। कुछ माह पहले विक्की सिंह पर स्टैड पर हमला किया गया था। उसके बाद विक्की सिंह के गुट ने पल्टू यादव गुट पर हमला किया था। घटना की थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई थी लेकिन पुलिस किसी भी गुट पर सख्ती से कार्रवाई नहीं कर सकी है। पल्टू यादव केस में फरार है। आरोप है कि शुभम साकेत फरार पल्टू यादव का साथ देता था।