गांधीनगर. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प फरवरी में भारत आ रहे हैं। ह्यूस्टन में हुए ‘हाउडी मोदी’ की तर्ज अहमदाबाद में 25 फरवरी को ‘केम छो ट्रम्प’ कार्यक्रम होगा। अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रम्प का हाथ थामकर कहेंगे- केम छो। कार्यक्रम में 50 से 60 हजार लोग मौजूद रहेंगे। सूत्रों के मुताबिक, कार्यक्रम में 20 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। ज्यादातर रकम गुजरात सरकार खर्च करेगी। कार्यक्रम के लिए ट्रम्प के ओवल ऑफिस की तरफ से मंजूरी मिल गई है।
शुक्रवार को गुजरात सरकार के मुख्य सचिव अनिल मुकीम ने मोटेरा स्टेडियम का जायजा लिया और अहमदाबाद महानगर पालिका कमिश्नर विजय नहेरा समेत अन्य अफसरों के साथ चर्चा की। अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर आशीष भाटिया ने भी 150 पुलिसकर्मियों के साथ स्टेडियम की सुरक्षा की समीक्षा की।
कार्यक्रम में भारत-अमेरिका के रिश्तों को दिखाया जाएगा
सूत्रों की मानें तो ‘केम छो ट्रम्प’ में जबर्दस्त तकनीक का इस्तेमाल देखने मिलेगा। इसमें भारत और अमेरिका के बीच आपसी संबंधों की एक संगीतमय प्रस्तुति भी होगी। कार्यक्रम की थीम अमेरिका में बसे भारतीयों द्वारा वहां प्रगति में दिया योगदान रखी गई है। इसके अलावा भारतीय इतिहास, महात्मा गांधी, सरदार पटेल और स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की झाकियां भी पेश की जाएगी।
दिल्ली से साथ में ही आएंगे मोदी और ट्रम्प
जिन लोगों को इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाएगा, उसमें अमेरिका में कामयाब भारतीय मूल के बिजनेसमैन, भारत में निवेश करने वाले अमेरिकी कंपनियों के प्रतिनिधियों, भारतीय कॉर्पोरेट जगत के लीडर्स, राजनीतिक, सामाजिक और शैक्षणिक क्षेत्र से जुड़ी हस्तियां शामिल होंगी। साथ ही अमेरिका में रहने वाले भारतीय समुदाय के संस्थाओं को भी आमंत्रित किया जाएगा। 25 फरवरी की शाम को होने वाले कार्यक्रम में मोदी और ट्रम्प के साथ में ही दिल्ली से आएंगे और कार्यक्रम पूरा होने के बाद वापस तुरंत दिल्ली लौटेंगे। इसके अलावा अन्य किसी भी जगह जाने का प्रोग्राम नहीं है।
सीएए के खिलाफ विरोध के कारण अहमदाबाद को चुना
ओवल ऑफिस की ओर से भारत सरकार से आग्रह किया गया था कि सुरक्षा के कारणों के चलते ट्रम्प दिल्ली-एनसीआर के अलावा अन्य स्थानों पर नहीं जाएंगे। लेकिन मोदी सरकार ने दिल्ली में सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन के कारण इस कार्यक्रम के लिए अहमदाबाद को ही उपयुक्त माना।
मेलानिया ताजमहल जाएंगी
विदेशी नेताओं के रिवाज को देखें तो भारत यात्रा के दौरान वे ताजमहल देखने जाते हैं, लेकिन ट्रम्प आगरा नहीं जा रहे। मेलानिया ट्रम्प अहमदाबाद नहीं, बल्कि वह ताजमहल देखने जाएंगी।