नवजात बेटी को त्यागने के किस्से कई बार देखने को मिलते हैं। इसमें लगातार इजाफा भी हो रहा है। लेकिन बेटे को त्यागने का किस्सा बहुत कम देखने को मिलता है। तीन बेटों के बाद दम्पति को आशा थी कि इस बार बेटी हाेगी। पर फिर बेटा होने के बाद माता-पिता ने नवजात को झाड़ियों में फेंक दिया। दोनों की धरपकड़ कर ली गई है।
कड़कड़ाती ठंड में भी फेंक दिया बच्चे को
कतारगाम सिंगणपोर निवासी दम्पति को बेटी के जन्म की आशा थी, पर तीन बेटों के बाद एक बार फिर बेटा हुआ, तो उनकी आशाएं बिखर गईं। तब दोनों ने तय किया कि इसे नवजात को त्याग दिया जाए। तब उन्होंने सिंगणपोर में वणजारा वास के पास तापी नदी के किनारे झाड़ियों में बच्चे को फेंक दिया। कड़कड़ाती ठंड में मासूम को झाड़ियों में फेंकने पर उनका दिल नहीं पसीजा। भला हो, उसे जेसीबी ऑपरेटर अजय वणझारा का, उसने बच्चे को देखा, तो तुरंत उसने अपना शर्ट उसे ओढ़ाया, फिर अस्पताल पहुंचाया। जहां बच्चा स्वस्थ है। सूचना मिलते ही पुलिस वहां पहुंच गई। उसने बच्चे के माता-पिता का पता लगाया, फिर उनकी धरपकड़ की।
माता-पिता ने अपना अपराध कबूला
पुलिस जांच में यह सामने आया कि नवजात के पिता ट्रक ड्राइवर मंगू भाई नरसिंह वणझारा का है। पुलिस ने उसे पकड़कर जब उससे पूछताछ की, तो पता चला कि उनके तीन बेटे हैं, पत्नी के चौथी बार गर्भवती होने पर उन्हें पूरी आशा थी कि इस बार बेटी होगी। पर बेटा होने पर उन्हें काफी दु:ख हुआ। तब दोनों ने यह तय किया कि इसे त्याग दिया जाए। इसलिए उसे सिंगणपोर की झाड़ियों में फेंक दिया।