घाटी में लोकतांत्रिक तथा राजनीतिक गतिविधियां फिर से शुरू कर विश्वास बहाली के कदम के तहत राज्य सरकार ने शुक्रवार को एक पूर्व विधायक समेत 26 लोगों से पीएसए हटा दिया है।
इन्हें शनिवार को जेल से रिहा किया जा सकता है क्योंकि कई को प्रदेश से बाहर उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान की जेलों में बंद किया गया है। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पांच अगस्त से इन्हें पीएसए में गिरफ्तार किया गया था।
जिन लोगों से पीएसए हटाया गया है उनमें कश्मीर बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष नजीर अहमद रोंगा भी शामिल हैं। इसके साथ ही उत्तर कश्मीर से 11, दक्षिण कश्मीर से 14 लोग के नाम भी इस सूची में हैं।
सरकार की ओर से जारी आदेश के अनुसार रऊफ अहमद डार, अब्दुल सलाम राथर, तनवीर अहमद भट, मोहम्मद उमर डार, मुदासिर अहमद तांत्रे, रमीज अहमद हजाम, मोहम्मद इमरान डार, मुजफ्फर अहमद डार, मोहम्मद मकबूल यट्टू, शौकत अहमद शाह, मोहम्मद आरिफ लोन, इशफाक अहमद गनेई, मुदासिर मकबूल तेली, शब्बीर अहमद भट, नवाज अहमद हारू, सद्दाम हुसैन हारू, रफीक अहमद भट, शब्बीर अहमद लोन, फैय्याज अहमद नायकू, शब्बीर अहमद वानी, उमर गुल, आदिल अहमद लोन, शहनवाज अहमद डार, जहूर अहमद मीर, जावेद कलास से पीएसए हटाया गया है।
ज्ञात हो कि हाईकोर्ट ने कुछ लोगों पर लगे पीएसए को खत्म किया है। पूर्व मुख्यमंत्री डा. फारूक अब्दुल्ला को भी 17 सितंबर से पीएसए के तहत नजरबंद रखा गया है।