नामांकन के लिए चुनाव आयोग की तैयारियां पूरी हैं। तीसरे दिन यानी 14 जनवरी से पर्चे भरने का काम शुरू हो जाएगा। अब तक बड़े दलों के प्रत्याशियों की सूची ही तैयार नहीं है। ऐसे में यह लगभग तय है कि पहले दिन निर्दलियों का ही बोलबाला रहेगा।
भाजपा, आप व कांग्रेस अभी उम्मीदवारों के नाम तय करने पर ही माथापच्ची कर रही हैं। तीनों ही पार्टियों का कहना है कि जैसे-जैसे उम्मीदवारों की घोषणा होगी, वे अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र के आरओ दफ्तर में जाकर नामांकन कर देंगे।
वहीं, इनके उम्मीदवारों की पहली लिस्ट 14 जनवरी के पास ही घोषित होगी। इससे चुनाव अधिकारियों को उम्म्मीद है कि पहले दिन पर्चा भरने वालों में निर्दलीय प्रत्याशियों की संख्या ज्यादा रहेगी।
उधर, 70 रिटर्निंग अधिकारियों के दफ्तर में चुनाव प्रक्रिया की निगरानी तीसरी आंख करेगी। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी होगी। प्रत्याशियों के साथ आने वाली भीड़ आरओ दफ्तर से करीब सौ मीटर की दूरी पर रोक दी जाएगी।
दिल्ली चुनाव कार्यालय के मुताबिक, अधिकारियों की टीमें तैनात कर दी गई हैं। दिल्ली पुलिस हर दफ्तर के नजदीक घेरा बना रही है। चुनाव आचार संहिता का पालन सुनिश्चित किया जाएगा।
मुख्य निर्वाचन कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी राजेश पाठक ने बताया कि 14 से 21 जनवरी तक चलने वाली नामांकन प्रक्रिया के दौरान सिर्फ एक दिन अवकाश है। 23 जनवरी तक स्क्रूटनी होनी है। सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में आरओ तैनात कर दिए गए हैं।
पूरी प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से पूरी कराने के लिए दिल्ली पुलिस और अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भी तैनात किया जाना है। नामांकन केंद्र के आसपास किसी भी बाहरी व्यक्ति का रहना प्रतिबंधित होगा।
संवेदनशील केंद्रों पर रहेगी विशेष सुरक्षा
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में 465 केंद्रों को अतिसंवेदनशील करार दिया गया है। वहीं 3209 मतदान केंद्रों को इस श्रेणी में रखा गया है। जिन विधानसभा क्षेत्रों में अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र होंगे, वहां सुरक्षा बलों की विशेष तैनाती की जाएगी। साथ ही, नामांकन के वक्त सख्ती बरतते हुए अनजान लोगों पर पैनी नजर रखी जाएगी।
पांच विधानसभा क्षेत्रों में दिखे भाजपा के राष्ट्रीय चेहरे
चुनाव के लिए पूरी गर्मजोशी से मैदान में उतरने के लिए भाजपा ने विधानसभा स्तर के कार्यकर्ताओं का जोश बढ़ाना शुरू कर दिया है। इसके लिए पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर के चेहरों को उतारा है। शुक्रवार को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और प्रदेशाध्यक्ष व सांसद मनोज तिवारी पांच विधानसभा क्षेत्रों में संगठनात्मक बैठकों में व्यस्त दिखे। सुबह से शाम तक कार्यकर्ताओं के बीच रहकर इन्होंने दिल्ली के चुनाव में पूरी ताकत झोंकने की अपील की।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, भाजपा हर विधानसभा क्षेत्र में बैठकें करके चुनावी रणनीति तैयार कर रही है। शुक्रवार को त्रिनगर, वजीरपुर, सदर, तिमारपुर एवं बुराड़ी विधानसभा क्षेत्रों में ये बैठक हुईं। इस दौरान मनोज तिवारी ने कहा कि इस बार दिल्ली नया इतिहास रचने जा रही है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को चुनाव में जीत के लिए पूरी ताकत लगाने का संकल्प भी दिलाया।
बैठक में जेपी नड्डा ने कहा कि दिल्ली की तकदीर और तस्वीर बदलने के लिए मोदी सरकार के कामों और नीतियों को मतदाताओं के बीच जाकर बताने का काम कार्यकर्ताओं को करना है। जब भी विरोधियों ने नकारात्मकता फैलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोकने की कोशिश की, पीएम और अधिक ऊर्जा से आगे बढ़े और सबको साथ लेकर चले। केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि दिल्ली सरकार ने पांच साल तक जनहित का कोई काम नहीं किया। केंद्र सरकार ने दिल्ली के लिए जो योजनाएं दीं, उन्हें भी लागू नहीं किया। दिल्ली के करदाताओं का पैसा केजरीवाल विज्ञापनों पर खर्च करके लोगों को गुमराह कर रहे हैं।