मुंबई। महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार के बाद बगावत थमने का नाम नहीं ले रही है। जहां कैबिनेट विस्तार के दौरान शिवसेना सांसद संजय राउत मौजूद नहीं थे। इससे उनकी नाराजगी समझी जा सकती है। कैबिनेट विस्तार में उनके भाई सुनील राउत को जगह नहीं मिली है।
उधर, महाराष्ट्र के बीड जिले के मजलगांव सीट से राकांपा विधायक प्रकाश सोलंकी ने सोमवार रात घोषणा की कि वह विधानसभा सदस्य के रूप में इस्तीफा देंगे क्योंकि वह राजनीति करने के लिए अयोग्य हैं। इस बयान से समझा जा सकता है कि वे कैबिनेट विस्तार से किस कदर नाखुश हैं।
उधर, मंत्रिमंडल विस्तार में आमंत्रित नहीं करने पर स्वाभिमानी शेतकरी संगठन नेता राजू शेट्टी ने कहा कि भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए निस्वार्थ रूप से प्रयास करने वाले सभी सहयोगियों की अनदेखी की गई।
सोलंकी, जो चार बार मजलगांव सीट से निर्वाचित हुए हैं ने सोमवार को राज्य मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अचानक लिए गए फैसले से जोड़ने से इन्कार किया है। हालांकि उन्होंने कहा कि कैबिनेट विस्तार साबित करता है कि मैं मौजूदा राजनीति में अयोग्य हूं।
विधायक ने आगे कहा कि वह पार्टी के किसी नेता से नाखुश नहीं हूं। मैंने एनसीपी नेताओं को अपने फैसले से अवगत करा दिया है। मैं मुंबई में मंगलवार दोपहर को विधानसभा अध्यक्ष से मिलूंगा और अपना इस्तीफा पत्र सौंप दूंगा। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि मेरे इस्तीफे का कैबिनेट विस्तार से कोई संबंध नहीं है।
सोमवार को सीएम उद्धव ठाकरे के कैबिनेट मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया जिसमें 36 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। मंत्रिमंडल में अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। 288 सदस्यों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में एनसीपी के 54 विधायक हैं, वहीं शिवसेना के 56 सदस्य और कांग्रेस के 44 सदस्य हैं।