रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शुक्रवार को आदिवासी कला और संस्कृति के रंग में सजे राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव का आगाज हो चुका है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने माड़िया गौड़ सींग पहनाकर राहुल गांधी का स्वागत किया।
छत्तीसगढ़ में पहली बार राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसने अब अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव का रूप ले लिया है। तीन दिवसीय इस नृत्य महोत्सव में देश के 25 राज्य और केंद्र शासित राज्यों के साथ ही 6 देशों के करीब 1350 से अधिक कलाकार अपनी जनजातीय कला संस्कृति का प्रदर्शन करेंगे।
इस महोत्सव में 39 जनजातीय प्रतिभागी दल 4 विभिन्न विधाओं में 43 से अधिक अपनी नृत्य शैलियों का प्रदर्शन करेंगे। महोत्सव में भारतीय राज्यों के अलावा बांग्लादेश, श्रीलंका, थाईलैंड, यूगांडा, बेलारूस और मालदीव के कलाकार भी शामिल हो रहे हैं।
प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा जारी प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार महोत्सव के प्रथम दिन की शुरुआत विवाह और अन्य संस्कार, पारंपरिक त्यौहार व अनुष्ठान, फसल कटाई व कृषि और अन्य पारंपरिक विधाओं पर नृत्य प्रतियोगिताएं होंगी। असम के कलाकारों द्वारा बागरूंगा नृत्य प्रस्तुत की जाएगी। तेलंगाना के कलाकारों द्वारा कोया नृत्य, झारखण्ड के कलाकारों द्वारा छाऊ नृत्य, ओड़िसा के कलाकारों द्वारा सिंगारी नृत्य और गुजरात के कलाकरों द्वारा सिद्दी नृत्य प्रस्तुत की जाएगी।
इससे पहले महोत्सव में शामिल होने के लिए सुबह राहुल गांधी रायपुर पहुंचे। स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित प्रदेश सरकार के मंत्रियों ने उनका स्वागत किया। कार्यक्रम में प्रियंका गांधी वाडरा, लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता शामिल हो रहे हैं।