करनाल. पांच लाख के इनामी बदमाश कृष्ण दादुपुर गैंग का सहयोग करने वाले युवक गोल्डी, उसके पिता और चाचा को गुरुवार देर शाम गोलियां मार दी गई। तीनों को गंभीर हालत में निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। घटनास्थल गांव झंझाड़ी में पहुंची पुलिस को विरोध का सामना करना पड़ा।
पुलिस को खरी-खरी सुनाई। सीआईए की टीमें वारदात को अंजाम देने वाले को ढूंढने में लगी है। ग्रामीणों ने बताया कि गोल्डी (29), इसके पिता जयभगवान (60), चाचा धर्मबीर (45) इन्हीं की करियाणा दुकान पर थे। एक कार में दो युवक आए और दुकान में उन पर गोलियां मारते हुए फरार हो गए।
पुलिस की प्राथमिक जांच के अनुसार गोल्डी को दो गोली, जयभगवान को एक गोली और धर्मबीर को तीन गोलियां लगी हुई हैं। बता दें कि इस वारदात को दादुपुर के विकास उर्फ पिंटू और बबली अंजनथली की हत्या को जोड़कर इस केस को देखा गया है।
गोल्डी के परिवार के लोगों ने बताया कि उनको अक्सर धमकी मिलती थी। पिंटू की हत्या के केस में गोल्डी पर बदमाशों का सहयोग करने का आरोप लगा है। करनाल पुलिस ने गोल्डी पर केस दर्ज कर उसको गिरफ्तार किया। अब वह जमानत पर बाहर आया हुआ था।
उल्लेखनीय है कि करनाल में दो गैंग सक्रिय हैं। एक गैंग एक-दूसरे पर लगातार वारदात कर रहे हैं। पिंटू और बबली की हत्या का आरोप कृष्ण और जबरा पर लगा है। पुलिस मुठभेड़ में जबरा मारा गया। कृष्ण फरार चल रहा है।
पुलिस इस एंगल को भी देखकर आगे बढ़ रही है। यही नहीं, गोल्डी पर भी कृष्ण सहित संबंधित आरोपियों का सहयोग करने के आरोप में केस चल रहा है।