गोरखपुर/कानपुर. नागरिकता संशोधन कानून के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस सीसीटीवी व वीडियो फुटेज के जरिए संदिग्धों की पहचान कर रही है। कानपुर में 110 लोगों की फोटो जारी हुई है। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखने के साथ ही इनाम देने का भी ऐलान किया गया है। इसी तरह गोरखपुर में 60 लोगों के पोस्टर जारी किए, इनमें 33 की पहचान हो गई तो उनके घरों पर नोटिस चस्पा किया गया है। दो दिन के भीतर थाने में हाजिर होकर अपना पक्ष रखने की बात कही गई है। इसी तरह बिजनौर में पुलिस ने वांछितों की जानकारी के लिए 25 हजार का इनाम रखा है।
मालूम हो कि, उत्तर प्रदेश में अब तक 300 लोगों को रिकवरी का नोटिस जारी किया गया है। हिंसा के दौरान करीब 50 लाख की संपत्ति के नुकसान का आकलन किया गया है। इसकी क्षतिपूर्ति के लिए आरोपियों से की जाएगी। राज्य भर में विरोध प्रदर्शनों के दौरान 18 लोगों की जान गई थी। डीजीपी मुख्यालय के अनुसार, पुलिस ने अब तक 213 मामले दर्ज किए हैं और 925 लोगों को गिरफ्तार किया है।
मऊ: यहां पुलिस ने 110 लोगों की तस्वीरें जारी की हैं। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया- हिंसा मामले में तीन प्राथमिकी दर्ज की गई, जिसमें अब तक 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हिंसा में शामिल 110 अन्य उपद्रवियों की पहचान की है। इनके बारें कोई जानकारी नहीं है, इसलिए उनकी तस्वीरों वाले पोस्टर जारी किए।
फिरोजाबाद: पुलिस ने 80 लोगों की तस्वीरों के साथ एक पोस्टर जारी किया है। पुलिस का दावा है कि, बीते दिनों हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान नालबंद इलाके में हुई हिंसा में शामिल थे।
बिजनौर: यहां हिंसा फैलाने के आरोप में 146 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधीक्षक संजीव त्यागी ने बताया कि, मदरसा संचालक फुरकान, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष जावेद आफताब और आदि, ये तीन आरोपी फरार हैं। इनकी जानकारी देने वाले को 25,000 रूपए का इनाम दिया जाएगा। यहां 43 दंगाइयों को 19.7 लाख रुपये की सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं।
मेरठ: नागरिकता कानून के विरोध में हिंसा फैलाने के मामले में पुलिस ने 141 लोगों को जिम्मेदार ठहराया है। यहां हिंसा के दौरान आगजनी, तोड़फोड़ में 14 लाख की संपत्ति के नुकसान का अनुमान लगाया है। जिला मजिस्ट्रेट अनिल ढींगरा ने कहा कि सूची में और नाम जोड़े जा सकते हैं क्योंकि जांच अभी जारी है।
संभल: यहां 15 लाख रुपए कीमत की सार्वजनिक संपत्ति को हिंसा के दौरान नुकसान पहुंचाया गया है। जिला प्रशासन ने 26 को नोटिस जारी किए हैं।