हरियाणा सरकार ने पर्यटन और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने घोषणा की है कि एनसीआर के मानेसर में भारत का पहला डिज़्नीलैंड-शैली का थीम पार्क विकसित किया जाएगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए मानेसर के पचगांव चौक के पास 500 एकड़ भूमि को चिन्हित किया गया है।
मुख्यमंत्री सैनी ने केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के साथ दिल्ली में बैठक के बाद यह ऐलान किया। उन्होंने कहा, “यह मनोरंजन हब न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश के लिए आर्थिक, सांस्कृतिक और सामाजिक लाभ लेकर आएगा। यह परियोजना हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित करेगी, साथ ही बुनियादी ढांचे में बड़ा बदलाव लाएगी।”
रणनीतिक स्थान, उत्कृष्ट कनेक्टिविटी
थीम पार्क का प्रस्तावित स्थान कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) एक्सप्रेसवे और हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (HORC) के नजदीक स्थित है, जिससे एनसीआर के विभिन्न क्षेत्रों से इसकी पहुंच आसान होगी। साथ ही, दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे और द्वारका एक्सप्रेसवे जैसे प्रमुख परिवहन मार्गों की निकटता इस परियोजना को और भी व्यावहारिक बनाती है।
गुरुग्राम क्यों चुना गया?
मुख्यमंत्री सैनी ने बताया कि गुरुग्राम में अनेक फॉर्च्यून 500 कंपनियां स्थित हैं और यह हरियाणा की आय में महत्वपूर्ण योगदान देता है। इसके अतिरिक्त, सेक्टर 36 से 37B में प्रस्तावित 1,000 एकड़ की “ग्लोबल सिटी” परियोजना, जो “वॉक-टू-वर्क” की अवधारणा पर आधारित है, इस क्षेत्र की विकास संभावनाओं को और सुदृढ़ करती है।
अंतरराष्ट्रीय ब्रांड के साथ साझेदारी
यह थीम पार्क किसी वैश्विक एनीमेशन ब्रांड के साथ साझेदारी में विकसित किया जाएगा, जिससे भारत में पहली बार डिज़्नीलैंड-शैली के मनोरंजन का अनुभव मिलेगा। उल्लेखनीय है कि इसी तरह की योजना महाराष्ट्र सरकार ने भी नवी मुंबई में थीम पार्क के लिए घोषित की थी, लेकिन हरियाणा इस दिशा में सबसे पहले आगे बढ़ता दिख रहा है।
अन्य पर्यटन पहलों की भी घोषणा
इस थीम पार्क के अलावा, राज्य सरकार ने कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का विस्तार करने और सूरजकुंड मेले का आयोजन साल में एक बार की बजाय तीन बार करने की योजना बनाई है।
हरियाणा बनेगा पर्यटन का प्रमुख केंद्र
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा, “हरियाणा को हम पर्यटन का एक बड़ा केंद्र बनाना चाहते हैं। ये सभी परियोजनाएं अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करेंगी और राज्य को वैश्विक नक्शे पर नई पहचान दिलाएंगी।”
इस परियोजना के सफल कार्यान्वयन से हरियाणा न केवल आर्थिक रूप से मजबूत होगा, बल्कि यह देशभर में पर्यटन और सांस्कृतिक विकास के लिए एक प्रेरणास्त्रोत भी बनेगा।