प्रदूषण के कारण बच्चों की सेहत और पढ़ाई पर खराब असर से परेशान दिल्ली-एनसीआर के दो तिहाई ज्यादा अभिभावक चाहते हैं कि 1 से 20 नवंबर तक सालाना अवकाश घोषित किया जाए। लोकल सर्किल्स के 11-15 नवंबर के बीच हुए सर्वे से यह बात सामने आई है।
अभिभावकों का कहना है कि स्मॉग हॉलीडे की भरपाई गर्मियों और सर्दियों की हर साल होने वाली छुट्टियों में कटौती कर की जाए, ताकि शैक्षिक कैलेंडर न गड़बड़ाए। दरअसल, दमघोंटू हवा से नवंबर में कई बार स्कूल बंद किए गए। इस माह पांच दिन ही पढ़ाई हुई। दिल्ली, यूपी, हरियाणा सरकार से नवंबर 2020 से यह स्मॉग हॉलीडे शुरू करने की मांग की गई है।
सर्वे में सामने आया कि आपाधापी में या सूचना न मिलने से कई जगहों पर तो बच्चों को भारी प्रदूषण के बीच स्कूल पहुंचने पर छुट्टी होने की जानकारी मिली। जिन दिनों में स्कूल खुले भी, वहां भी बच्चे मॉस्क पहने पढ़ाई करते नजर आए। 8762 अभिभावकों ने सर्वे में अपनी राय दी है।
40 फीसदी ने शहर छोड़ने का इरादा जताया
नवंबर की शुरुआत में ऐसे ही एक सर्वे में 40 फीसदी प्रतिभागियों ने खराब हवा के कारण शहर छोड़ने का इरादा जताया था। 16 फीसदी ने हवा दमघोंटू होने पर अच्छी आबोहवा वाले इलाके में छुट्टी बिताने की बात कही थी।
इस महीने ही मुसीबत क्यों
दीपावली में आतिशबाजी और पराली जलाने की घटनाओं के साथ सामान्तया हर साल मौसम में तेज बदलाव से दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम की हवा जहरीली हो जाती है। एक नवंबर को प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंचने के बाद स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करना पड़ा।