नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र आज यानी सोमवार से शुरू हो रहा है। इस सत्र में सरकार का जोर नागरिकता संशोधन विधेयक समेत कई अहम बिल पास कराने पर होगा। दूसरी ओर विपक्ष आर्थिक सुस्ती, कृषि संकट और बेरोजगारी के मसले पर सरकार को घेरने की तैयारी में है। यही नहीं विपक्ष राफेल सौदे की जांच के लिए जेपीसी के गठन और महाराष्ट्र के मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा कराने की मांग भी कर सकता है।
पीएम मोदी बोले, चाहते हैं सार्थक चर्चा
सत्र की शुरुआत से पहले पीएम मोदी ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि साल 2019 का यह आखिरी सत्र बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है। हम सभी मुद्दों पर विपक्ष के साथ सार्थक चर्चा चाहते हैं। संवाद हो, हर कोई अपने विवेक के जरिए सदन को सार्थक बनाने में मदद करे। प्रधानमंत्री ने कहा कि सकारात्मक भूमिका वाला पिछला सत्र महत्वपूर्ण सिद्धियों से भरा रहा था। हमें उम्मीद है कि इस सत्र से भी बेहद सकारात्मक नतीजे निकलेंगे। हम चाहते हैं कि सभी मुद्दों पर चर्चा चाहे हैं।
– विपक्ष के सांसदों ने लोकसभा में फारुख अब्दुल्ला को रिहा करो, विपक्ष पर हमला बंद करो, वी वॉन्ट जस्टिस के नारे लगाए।
– लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान नारेबाजी के बीच संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि सरकार सभी मसलों पर बहस के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी यह बात कह चुके हैं।
– राज्यसभा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जेटली जी का जाना किसी पार्टी का नहीं बल्कि पूरे देश का नुकसान है। वह एक अच्छे छात्र, अच्छे संचालक और अच्छे नेता थे।
– शिवसेना सांसदों ने महाराष्ट्र में बेमौसम हुई बारिश को प्राकृतिक आपदा घोषित करने की मांग की और संसद भवन परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।
– कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई राजधानी दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के मसले पर संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
– शिवसेना ने महाराष्ट्र में भारी बारिश कारण फसलों को हुए नुकसान पर लोकसभा में कार्य स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
– संसद पहुंचे पीएम मोदी ने कहा कि पिछला सत्र सभी दलों, सभी माननीय सांसदों के सहयोग के कारण अभूतपूर्व सिद्धियों से भरा हुआ था। हम इस सत्र में सभी मुद्दों पर सार्थक चर्चा चाहते हैं।